कोरबा/रायगढ़। (अमर छत्तीसगढ़)केन्द्रीय प्रवर्तन निदेशालय ने गत मंगलवार की सुबह छह बजे से विशेष अभियान के तहत जिस ढंग से कोल व्यवसाय व उससे जुड़े माफिया तथा संबंधित जिले के जिला प्रशासन के मुखिया सहित लगभग तीन, चार आईएएस अधिकारियों के विरूद्ध छापामारी के साथ ही ज्ञात, अज्ञात एवं उपलब्ध एवं मिले श्रोतों की जांच कर रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अभी तक आधिकारित तौर पर जांच छापे की कार्रवाई की विस्तृत जानकारी नहीं मिल पाई है। बताया जाता है कि तीन, चार आईएएस व उनके संबंधितों तथा कोरबा में तीन वर्ष तक पदस्थ रहे जिलाधिशों से भी पूछताछ की जाने की जानकारी है। मिली जानकारी के अनुसार आज ईडी ने कोरबा जिले में भी दस्तक दी है। कहा पूछताछ व छापे की कार्रवाई की बात की जा रही है। अपुष्ट जानकारी के अनुसार तीन आईएएस अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई की जा रही है, उनसे मिले अनुपातिक संपत्ति का ब्यौरा फिलहाल नहीं मिल पाया है।
वहीं दूसरी ओर रायगढ़ कलेक्टर श्रीमती रानू साहू भी आज रायगढ़ पहुंच गई है तथा उन्होंने ईडी जांच अधिकारियों को जांच में सहयोग करने की बात की है। अपुष्ट जानकारी के अनुसार आईएएस समीर विशनोई व अन्य के विरूद्ध भी ईडी की जांच कार्रवाई जप्त की गयी राशि व सोने, चांदी को लेकर श्री विशनोई ने भी ईडी को जांच में सहयोग किया है। ऐसी जानकारी भी मिल रही है। देश के इतिहास में संभावता यह पहली बार हुआ है कि जांच एजेंसी ईडी ने कलेक्टर का ही बंगला सील कर दिया। रायगढ़ कोरबा से आ रही खबरों के अनुसार प्रदेश के राजस्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल ने कुछ माह पूर्व कलेक्टर रानू साहू पर भी गंभीर आरोप लगाये थे। जांच की मांग की थी।
उल्लेखनीय है कि प्रवर्तन निदेशालय की टीम रायगढ़, कोरबा व कोल इत्यादि को लेकर व्यापक छापेमारी की है। करोड़ों नगद व भारी मात्रा में सोने चांदी की जेवर की बरामदगी भी बताई गई है। संभावना व्यक्त की जा रही है कि ईडी कल इस मामले में की गई कार्रवाई की जानकारी दे सकती है। बताया जाता है कि जिला खनिज मद डीएमएफ भी ईडी की जांच परिधी में आया बताया जा रहा है। जिसकी पुष्टि फिलहाल विभाग ने नहीं की है।
प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी को लेकर चर्चाओं का दौर है। वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के मध्य आरोप प्रत्यारोपों का दौर चल रहा है तथा एक दूसरे को न्यायालय व मानहानि की बात कहकर चुनौतिया भी दी जा रही है। अमर छत्तीसगढ़ कोरबा प्रतिनिधि के अनुसार ईडी कोरबा में तीन वर्ष के कार्यकाल व इस अवधि में पदस्थ रहे कलेक्टरों से भी पूछताछ कर सकती है। अगले वर्ष छत्तीसगढ़ में विधानसभा का चुनाव होना है। संभव है राजनीतिक दृष्किोण से भी ईडी छापे का आपने आप में अलग महत्व होगा। जारी…