(ओम गोलछा की रिपोर्ट)
डौंडी(अमर छत्तीसगढ़) :आर्या गणित क्लब शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सूरडोंगर द्वारा प्राचार्य बी.के.बहुरुपी के दिशानिर्देशन में गणित संकाय के विद्यार्थियों के लिए कैरियर काऊंसलर सह व्याख्याता संजय बंजारे द्वारा गणित संकाय के विद्यार्थियों लिए इस वर्ष जेईई मेंस के लिए जारी हुए नोटीफिकेशन तथा 20 नवंबर से शुरू हो रहे जेईई मेंस में शामिल होने हेतु पंजीयन के संबंध में व आगामी दिनों होने वाले प्रतियोगी परीक्षाओं पी.ईटी.पी.पी.टी.पी.ए.टी., बी.एड.व डी.एड के बारे मे विस्तृत जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से गणित कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला में काऊंसलर सह गणित व्याख्याता संजय बंजारे व प्रीत बंजारे ने विद्यार्थियों को समझाया की जेईई मुख्य परीक्षा के पैटर्न जिसमें कठिन बहुविकल्पीय प्रश्नों व आंकिक मूल्यों वाले प्रश्नों कुल90 प्रश्नों का समावेश में से 75 प्रश्नों की जवाब मांगे जाते है जिसमें नकारात्मक मार्किंग व परीक्षा का ,आनलाईन मोड में होना समझाया गया ।
ग्यारहवीं व बारहवीं में पढा़ए जा रहे विषयों भौतिक, रसायन, गणित के एनसीईआरटी व सीबीएसई के सिलेबस ही जेईई मेंस के सिलेबस होते है ।इसमें भाग लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या प्रतिवर्ष 14 लाख होती जिसमें से 2% बच्चों को सफलता प्राप्त हो पाती है।
आईआईटी जेईई में सफलता प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को भारत के उच्च तकनीकी संस्थानो जैसे की आईआईटीस, एसएफआईस, सीएफटीआईस, एनआईटीस,आईआईआईटीस,विभिन्न राज्यों के शासकीय ईंजीनियरींग कालेज,विभिन्न राज्यों के निजी ईंजीनियरींग कालेज में प्रवेश लेकर बी.टेक की उपाधि प्राप्त कर सकते है।
साथ ही सभी संस्थानो में प्रवेश हेतु कटआफ मार्कस के संबंध में जानकारी प्रदान किए गए।साथ ही जेईई की मुख्यपरीक्षा में कुल एटेंप्ट लगातार तीन वर्षै में 6बार व जेईई एडवांस में लगातार दो वर्षै में दोबार परीक्षा में बैठकर भारत देश के 16ऊंचे तकनीकी संस्थान व अच्छे अंको के साथ अन्य बेहतरीन तकनीकी संस्थान में अध्ययन कर अपने सपनों को साकार कर सकते है।प्राचार्य बी.के.बहुरुपी व विज्ञान संकाय के व्याख्याता श्रीमती सुमन बंजारे, ईशु कुमार साहू,ओमान मारकंडे सभी ने द्वारा विद्यार्थियों का परीक्षा संबंधी शंका समाधान करते हुए सभी विषयों को विस्तारपूर्वक पढ़ने व सभी विषय में सर्वोच्च अंक प्राप्त करके देश के सर्वोच्च संस्थान में पढ़ने की शुभकामनाएं दी।