बिलासपुर (अमर छत्तीसगढ़) स्वयंसेवी संस्था शिखर युवा मंच के द्वारा महुआ होटल में जिला खनिज न्यास निधि पर राज्य राज्य स्तरीय दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें बिलासपुर, कोरबा, कबीरधाम, कांकेर, रायगढ़, रायपुर, दुर्ग, बालोद, राजनांदगांव, जगदलपुर, जांजगीर चांपा, अंबिकापुर, के स्वयंसेवी संस्था मार्मिक चेतना वेलफेयर सोसाइटी, समर्पित, दीनबंधु फाउंडेशन, जन विकास परिषद, अंजना फाउंडेशन, आदिवासी अक्षय उत्थान समिति, आदिवासी कल्याण समिति, आदिवासी शिक्षा समिति, आदिवासी युवा संगठन, चेतना फाउंडेशन, दलित शिक्षा समिति, के सदस्यों एवं गुरु घासीदास यूनिवर्सिटी कोनी एवं डीएलएस कॉलेज बिलासपुर के बी एस डब्ल्यू व एम एस डब्ल्यू के विद्यार्थियों को संस्था प्रमुख भूपेश वैष्णव के द्वारा जिला खनिज फाउंडेशन के विषय में बताया गया।
जिसमें उनके द्वारा जिला खनिज फाउंडेशन क्या है, किस कानून के तहत मान्यता दी गई है, इसके लाभ के हकदार कौन है, किसे प्रभावित व्यक्ति कहा जाता है, डीएमएफ कौन चलाएगा, डीएमएफ की संस्थागत संरचना क्या है, प्रबंध समितियों की भूमिका क्या है, राज्य स्तरीय निगरानी समिति की भूमिका, डीएमए फंड में कितने पैसे आएंगे, डीएमए फंड किस काम के लिए खर्च होंगे, डीएमए फंड की उपयोग की योजना कैसे बनाई जाएगी, डीएमएफ में कौन-कौन से काम होंगे, इस विषय पर विस्तार से जानकारी दिया गया।
शिखर युवा मंच के सचिव धनंजय अनुपम जी के द्वारा सतत विकास लक्ष्य के विषय में बताया गया कि सतत विकास लक्ष्य के उद्देश्यों के विषय में उनके द्वारा बताया गया कि सतत विकास लक्ष्य वर्ष 2030 तक दुनियाभर से गरीबी को समाप्त कर सभी नागरिकों को एक सम्मान सुरक्षित और उत्कृष्ट जीवन देना है ।विश्व स्तर पर इस बड़े उद्देश्य को पूरा करने के लिए 17 लक्ष्यों में बांटा गया है एवं 17 लक्ष्यों के विषय पर विस्तार से जानकारी दिया गया ।
इस आयोजन को सफल बनाने में श्रीमती अंकिता पांडे शुक्ला श्रीमती नाज़नीन अली श्रीमती अंजना देवी, मनोज जांगड़े नितेश मोहल्ले सुश्री अनीता गुण, अजय निर्मलकर संदीप राव सुरेन्द्र निर्मलकर जनक यादव, संतोष केवट, सुश्री मलेश पैकरा, सुश्री योगिता कुंभकार का महत्वपूर्ण योगदान रहा ।