युवाचार्य पूज्य महेंद्र ऋषि जी का संस्कारधानी में मंगल प्रवेश

युवाचार्य पूज्य महेंद्र ऋषि जी का संस्कारधानी में मंगल प्रवेश


राजनांदगांव(अमर छत्तीसगढ़):- जिनशासन प्रभावक, प्रज्ञामहर्षि, आगम रत्नाकर, युवाचार्य श्री महेंद्र ऋषि जी म.सा. व हित-मितभाषी श्री हितेंद्र ऋषि जी म.सा. ठाणा 2 दुर्ग शहर का ऐतिहासिक चातुर्मास पूर्ण करके धमतरी, बालोद, डौंडीलोहारा आदि स्थानों में धर्म प्रभावना करते हुए आज संस्कारधानी राजनांदगांव में पधार रहे हैं ।
महापुरुषों का उत्कृष्ट संयम जीवन की सहज साधना एवं चरित्र की महानता ही उनका परिचय है। श्रमण संघ के महाप्राण, जन-जन के श्रद्धा के केंद्र राष्ट्रसंत आचार्य सम्राट प.पू. श्री आनंद ऋषि जी म.सा. के लाडले प्रबुद्ध एवं सुविज्ञ शिष्य जिनशासन गौरव सुमधुर गायक प्रखर व्याख्याता युवाचार्य श्री महेंद्र ऋषिजी म.सा. का जन्म महाराष्ट्र की पावन धरा चाकन में भटेवरा परिवार में हुआ था प्रबल पुण्योदय से मात्र 7 वर्ष की बालवय में कल्पतरु सम आनंद गुरु का पावन सुख सान्निध्य प्राप्त हुआ तथा वैराग्य के अंकुर प्रस्फुटित हुए, निर्मल झरनों को कोई भी रोक नहीं सकता उसी भांति बाल मंजू भटेवरा के अंतर हृदय में प्रस्फुटित सुदृढ़ वैराग्य भाव को कोई रोक नहीं पाया और 15 वर्ष की अल्पायु में 3 फरवरी 1982 के स्वर्णिम सुखद मंगलमय पावन घड़ी में महाचरित्र नायक आचार्य श्री आनंद ऋषि जी महाराज साहब ने आप श्री को पुणे में देव दुर्लभ संयम रत्न प्रदान किया। गुरु आज्ञा ही सर्वोपरि है इस सत्संकल्प के साथ आप श्री की संयम यात्रा प्रारंभ हुई गुरु आनंद के विनयी, मेघावी सुशिष्य बनकर जीवन को पल्लवीत तथा पुष्पित कर रहे हैं ।
27 मार्च 2015 को इंदौर शहर में आचार्य प्रवर श्री शिव मुनि जी म.सा. के मंगल आशीर्वाद से एवं समस्त श्रमणसंघीय संत सतीवृंद के आशीर्वाद से आपको युवाचार्य पद प्रदान किया गया।
आपने संस्कृत प्राकृत के साथ ही आगमों का गहन अध्ययन किया है साथ ही आप मधुर गायक भी हैं
आपकी रचनाओं में आनंद के स्वर, आनंद के सरगम, आनंद स्तोक महक, सुमिरन जिनेश्वरों का, गुरु आनंद प्रसादी, ऋषि संप्रदाय का इतिहास, आनंद कथामृत भाग 1 और 2, पुच्छिसुनं सचित्र-सार्थ-संपुट विधि सहित, आनंद स्वर लहरिया, तिलोक त्रिवेणी, श्री गौतम रास अर्थ सहित, आध्यात्म पर्व दशहरा, रत्नपुरी के रत्न, मुनि गुणमाला आदि प्रमुख हैं।
रचनाओं के साथ ही अनेक पत्र-पत्रिकाओं में आपके विविध लेख प्रकाशित हुए हैं
सहज सरल स्वभाव के धनी पूज्य युवाचार्य भगवन का राजनांदगांव पदार्पण राजनाँदगांव संघ के लिए बहुत बड़े ही हर्ष की बात है ।
पुज्य युवाचार्य भगवन आज दिनांक 7 दिसंबर 22 बुधवार को प्रातः लगभग 07:15 बजे ब्लू डायमंड सिटी नंदई से शहर में प्रवेश करेंगे और स्थानीय पार्श्वनाथ जैन बगीचा में विराजमान रहेंगे । जैन बगीचे में प्रवचन प्रातः 08:45 बजे से 09:45 बजे तक होगा । दिनांक 8 दिसंबर गुरुवार को जैन बगीचे से प्रातः बिहार करके वर्धमान नगर पधारने की संभावना है। 8 दिसंबर को प्रवचन श्री देव आनंद जैन शिक्षण संघ परिसर में प्रातः 09:00 बजे से 10:00 बजे तक होगा ।
पूज्य युवाचार्य भगवन के संक्षिप्त प्रवास के सभी कार्यक्रम में सभी श्रद्धालु जन सादर आमंत्रित हैं।

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