भूपेश का कद बढ़ा हिमाचल के साथ भानुप्रतापपुर उपचुनाव भी खाते में

भूपेश का कद बढ़ा हिमाचल के साथ भानुप्रतापपुर उपचुनाव भी खाते में


भेंट मुलाकात का व्यापक असर, मतदाताओं के दिखे नजदीक
रायपुर(अमर छत्तीसगढ़)। प्रदेश मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने मुख्यमंत्रीत्व के कार्यकाल का 4 वर्ष पूरा करने के साथ ही कई बड़ी उपलब्धियां उनके मान-सम्मान को राजनीतिक कद को ऊंचा करते दिख रही है। पिछले एक वर्ष में अब तक उनकी भेंट मुलाकात में ग्रामीण क्षेत्र के मतदाताओं को काफी नजदीक करते दिख रहे है कहा तो यह भी जाता है कि बड़ी संख्या में अपुष्ठ जानकारी के अनुसार विपक्ष के कई नेता भी अब प्रत्यक्ष व परोक्ष रुप से मुख्यमंत्री व कांग्रेस के नजदीक चर्चाओं में दिखने लगे है।

देश के हिमाचल प्रदेश का चुनाव जहां उनके खाते में सर्वाधिक बड़ा श्रेय लेकर नजदीक आते दिख रहा है वहीं दूसरी ओर उनके प्रमुख राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा का लगातार हिमाचल में सक्रिय रहना चुनाव परिणामों को स्वीकार करते दिख रहा है। पिछले 4 वर्षों में प्रदेश में भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव सहित बस्तर के ही चित्रकोट, दंतेवाड़ा, मरवाही तथा खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव की जीत ने प्रदेश में विपक्ष के बिखराव व आंतरिक दुरियों को प्रमाणित करते दिख रहा है यहीं नहीं नगर पालिक निगम राजनांदगांव में वार्ड पार्षद उपचुनाव जो भाजपा का गढ़ रहा है वहां भी कांग्रेस की चंद्रकला देवांगन पार्षद चुनकर आई।

संपूर्ण उपचुनाव में मुख्यमंत्री के प्रमुख सर्वाधिक नजदीक छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, विनोद वर्मा, नान अध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, रविन्द्र चौबे सहित दर्जन भर लोगों की महति भूमिका ने बहुमत से सरकार चला रही कांग्रेस विशेषकर इसके मुखिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राष्ट्रीय स्तर पर भी प्रदेश के कई योजनाओं को प्रमुखता से स्थान मिला है। अब मुख्यमंत्री श्री बघेल छत्तीसगढ़ के इतिहास में अपने राष्ट्रीय संगठन की कार्यकारिणी बैठक अगले वर्ष फरवरी 2023 में कराने जा रहे है। निश्चित तौर पर कांग्रेस के लिए भूपेश बघेल सर्वाधिक बड़े कद के नेता के रुप में स्वीकार किए जाए तो आश्चर्य नहीं होगा।


प्रदेश के भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती सावित्री मंडावी की भारी मतों से जीत ने जहां प्रदेश के जन सामान्य के मध्य यह संदेश भेजने का प्रयास किया है कि श्री बघेल की भेंट मुलाकात विकास व जनहित के कार्यों की दिशा में सक्रियता छत्तीसगढ़ संस्कार, संस्कृति व्यंजन खेलकूद इत्यादि को बढ़ावा देना उनके ग्रामीण क्षेत्रों में मतदाताओं से सीधे संपर्क की प्रमाणिकता को स्पष्ट करता है। वहीं दूसरी ओर विपक्ष विशेष कर भाजपा को अब भी अपने घर को संभालने के साथ सांमंजस्य की स्थिति पर ध्यान देने की आवश्यकता उनकी ही पार्टी से आ रही चर्चाओं को बल मिलता है। अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होना है। जहां कांग्रेस अभी से सरकार में लौटते दिख रही है। केंद्रीय जांच एजेंसियां जरुर प्रदेश में जांच की स्थिति निर्मित करते जा रही है।

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