दुर्ग(अमर छत्तीसगढ़) श्रमण संघ परिवार दुर्ग के सदस्य आज अपने युवाचार्य भगवंत के दर्शन वंदन के लिए चिचोला पहुंचकर भाव भक्ति के साथ छत्तीसगढ़ के अंतिम पड़ाव पर पुनः पुनः छत्तीसगढ़ पधारने का भाव लेकर छत्तीसगढ़ से विदाई दी । युवाचार्य भगवंत भूल ना जाना लौट के पुनः छत्तीसगढ़ आना के नारों के साथ सभा में गुरुदेव का जयघोष किया ।
कल प्रातः युवाचार्य भगवंत श्री महेंद्र ऋषि महाराज साध्वी सन्मति जी अपने साध्वी समुदाय के साथ कल प्रातः महाराष्ट्र की सीमा में प्रवेश करेंगे
युवाचार्य भगवंत दुर्ग चातुर्मास करने नसे पुणे से सोलह सौ किलोमीटर की पदयात्रा करते हुए दुर्ग पधारे थे जहां उन्होंने दुर्ग का ऐतिहासिक चातुर्मास संपन्न कर छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों में धर्म प्रभावना करते हुए अपने आगामी चातुर्मास के लिए सिकंदराबाद की ओर रवाना हो रहे हैं उनका कुछ दिनों का पड़ाव नागपुर क्षेत्र की ओर रहेगा जहां उन के सानिध्य में दो जैन भगवती दीक्षा संपन्न होने जा रही है नए वर्ष का महा मंगल पाठ युवाचार्य भगवंत के मुखारविंद से नागपुर में संपन्न होगा ।
आज श्रमण संघ परिवार के सदस्य दो दो बसों में रवाना होकर गुरुदेव के दर्शन वंदन और भाव भक्ति करने भाव के साथ आज दिन भर सेवा भक्ति की श्रमण संघ महिला मंडल श्रमण संघ स्वाध्याय मंडल एवं वर्धमान सेवा मंच जय आनंद मधुकर जैन पाठशाला के बच्चे एवं उनकी शिक्षिकाओं ने आज के कार्यक्रम को भव्य रुप दिया
युवाचार्य भगवंत ने आज सभा को संबोधित करते हुए कहा के श्रमण संघ दुर्ग एवं छत्तीसगढ़ श्रमण संघ परिवार के सदस्यों ने जिस भाव भक्ति के साथ इस चातुर्मास को सफल बनाया धर्म की आराधना की और ज्ञान ध्यान सीखने का जो पुरुषार्थ किया है वह अनुमोदना अनुमोदन एवं अनुकरणीय है छोटे-छोटे बच्चों ने इतनी कम उम्र में जो ज्ञान ध्यान सीखा है उनसे सभी को सीख लेनी चाहिए तप आराधना के क्षेत्र में दुर्ग का कोई मुकाबला नहीं है आपके आतिथ्य एवं सेवा भक्ति को को हम जीवन पर्यंत अपनी स्मृति में हमेशा रखेंगे
आध्यात्मिक आनंद वर्षावास 2022 को श्रमण संघ का अद्भुभुत चातुर्मास रहा इन 4 माह में प्रतिदिन देश के विभिन्न शहरों से दर्शनार्थियों एवं गुरु भक्तों का लगातार आवागमन बना रहा और जिस भाव भक्ति के साथ आपने अतिथि सत्कार की जो व्यवस्था की उसकी चर्चा पूरे देश में थी
हर गुरु भक्त परिवार ने इस कार्य की भूरी भूरी प्रशंसा की ।
आज छत्तीसगढ़ श्रमण संघ युवा शाखा के कार्यकारिणी की घोषणा की गई जिसमें टीकम छाजेड़ को सर्वसम्मति से अध्यक्ष बनाया गया और उन्होंने अपनी कार्यकारिणी की घोषणा की जिसमें छत्तीसगढ़ के सभी सभी क्षेत्रों के श्रमण संघ परिवार के सदस्यों को शामिल किया गया है ।