छुईखदान (अमर छत्तीसगढ़) इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ द्वारा श्रीमती लक्ष्मी श्रीवास्तव पति संदीप श्रीवास्तव को रामायण पर आधारित प्रमुख रूपकों का सांस्कृतिक अनुशीलन (मुरारी, राजशेखर शक्तिभद्र और जयदेव की रचनाओं के विशेष संदर्भ में) विषय पर पीएचडी (डाक्टरेट) की उपाधि प्रदान की गई है । मूलतः छुईखदान निवासी डा. लक्ष्मी श्रीवास्तव ने अपना शोध कार्य विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ. पूर्णिमा केलकर के निर्देशन में पूरा किया है । डा. लक्ष्मी श्रीवास्तव ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक शाला छुईखदान से पूरी की है । उन्होंने एम.एस.सी.(आई.टी.) के साथ अर्थशास्त्र और संस्कृत में स्नातकोत्तर की उपाधि भी प्राप्त की है । इसके अलावा उन्होंने संगीत में डिप्लोमा, बीएड और पी जी डी सी ए का कोर्स भी किया है ।
शोध कार्य के दौरान उन्होंने विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में अपनी सहभागिता दी है । डा. लक्ष्मी श्रीवास्तव ने पारिवारिक जिम्मेदारियों को निभाते हुए लगन के साथ रामायण जैसे महाकाव्य पर शोध कार्य पूर्ण कर न केवल अपने परिवार को वरन छुईखदान नगर को भी गौरवान्वित किया है । उनकी इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पार्तीका संजय महोबिया और उनके शुभचिंतकों ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी है ।