कांग्रेस महाअधिवेशन पर 85 कटे फ़टे होंठ वाले आदिवासी बच्चों के चेहरे सवरेंगे

कांग्रेस महाअधिवेशन पर 85 कटे फ़टे होंठ वाले आदिवासी बच्चों के चेहरे सवरेंगे

कांग्रेस विकलांग सेवा प्रकोष्ठ द्वारा चार दिवसीय शिविर में 85 बच्चों का परीक्षण व ऑपरेशन

शिविर के प्रथम दिवस बस्तर अंचल के 38 आदिवासी बच्चों का परीक्षण व ऑपरेशन

रायपुर(अमर छत्तीसगढ़) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 85 वें राष्ट्रीय महाअधिवेशन के अवसर पर प्रदेश कांग्रेस विकलांग सेवा प्रकोष्ठ द्वारा कटे फ़टे होंठ व तालु में छिद्र वाले बच्चों का चार दिवसीय निःशुल्क परीक्षण व ऑपरेशन शिविर आयोजित किया गया है । प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र कोचर व विजय चोपड़ा ने बताया कि 85 राष्ट्रीय महाअधिवेशन के अवसर पर 85 कटे फ़टे होंठ वाले आदिवासी बच्चों का परीक्षण व ऑपरेशन डॉ सुनील कालड़ा द्वारा किया जावेगा ।


महेन्द्र कोचर व विजय चोपड़ा ने कहा कि कई बच्चों के जन्म से कटे फ़टे होंठ व तालु में छिद्र की विकृति होती है जिससे बच्चे कुरूप दिखने लगते हैं , तालु में छिद्र से खाने पीने में दिक्कत होती है । बच्चों के होंठों का ऑपरेशन कर चेहरे को संवारा जाता है । प्राइवेट में ऑपरेशन कराने वालों को 25 से 30 हजार का खर्च होता है । कांग्रेस विकलांग सेवा प्रकोष्ठ द्वारा डॉ सुनील कालड़ा ( कालड़ा नर्सिंग होम , चौबे कालोनी ) व स्माईल ट्रेन के माध्यम से निःशुल्क ऑपरेशन किया जावेगा ।

कटे फ़टे होंठ के ऑपरेशन शिविर में आज सूदूर बस्तर आदिवासी अंचल से कमलबती 15 वर्ष , खिलेश्वरी 8 वर्ष , किशोर 10 वर्ष , बनीराम 2 वर्ष , डोमरो राम 2 वर्ष , गौरव 8 वर्ष , नयरा 1 वर्ष , नरेश बघेल 8 वर्ष , कुमारी 13 वर्ष , बिसनाथ 5 वर्ष , गुलशन 6 वर्ष आदि 38 बच्चों का परीक्षण कर डॉ सुनील कालड़ा ने सफल ऑपरेशन किया । महेन्द्र कोचर व विजय चोपड़ा ने आगे बताया कि कटे फ़टे होंठ के ऑपरेशन शिविर के साथ ही कांग्रेस विकलांग सेवा प्रकोष्ठ कांग्रेस के 85 वें राष्ट्रीय महाअधिवेशन पर 85 दिव्यांगों को श्रवण यन्त्र , कैलिपर्स , कृत्रिम हाथ , जयपुर पैर , व्हीलचेयर आदि वितरित करेगा ।

विजय चोपड़ा ने बताया कि प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र कोचर द्वारा पिछले 42 वर्षों में लगातार विकलांगों की सेवा में अनेक कार्य किये जा रहे हैं । हाथ पैर कटे विकलांग भाई बहनों को कृत्रिम हाथ पैर का निर्माण कर वितरण किया जाता है । गूंगे बहरों को श्रवण यन्त्र , अन्य विकलांग व्यक्तियों को वैशाखी , ट्राइसिकल , व्हीलचेयर आदि का सहयोग प्रदान किया जाता है । महेन्द्र कोचर द्वारा विगत वर्षों में 50 हजार से ज्यादा दिव्यांग लाभान्वित हुए हैं ।

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