राजनांदगांव(अमर छत्तीसगढ़)। शहर कांग्रेस कमेटी के महामंत्री एवं पूर्व पार्षद हेेमंत ओस्तवाल ने एक पत्र के माध्यम से छ.ग. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम, प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं राजनांदगांव शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा को एक पत्र के माध्यम से यह मांग की है कि पूर्व भाजपा शासनकाल में डॉ. रमन सिंह के विधानसभा क्षेेत्र मेें भाजपा के पूर्व महापौर मधुसुदन यादव के कार्यकाल एवं संरक्षण में बूढ़ासागर सौन्दर्यीकरण के मामले में लगभग 16 करोड़ रूपये की स्वीकृति मेें नियम विरूद्ध कार्य करवाकर खुलेआम भ्रष्टाचार एवं कूटरचना जो निगम के संबंधित विभाग प्रमुख अधिकारी, कार्यपालन अभियंता दीपक जोशी, सबइंजीनियर दीपक मोहिले, राकेश नंदे आदि अधिकारियों एवं ठेकेदार की मिली भगत के चलते शासन को आर्थिक वित्तीय हानि जो पहुंचाई गयी है.
इस पूरे मामले में लगातार जांच की मांग मेरे द्वारा की जा रही है और गत 25 अगस्त 2022 को सामान्यसभा मेें सर्वसम्मति से बूढ़ा सागर के मामले में एफआईआर दर्ज करवाने का प्रस्ताव पास किया गया है लेकिन दुर्भाग्यजनक स्थिति यह है कि आज लगभग 6 माह से अधिक व्यतीत होने के बावजुद सामान्य सभा के निर्णय को निगम के जवाबदार आयुक्त के द्वारा उनके दिशा निर्देशो का पालन नही करना सदन की मर्यादा का खुलेआम कानून का जनाजा जो निकाला जा रहा है ।
इस पूरे मामले में कांग्रेस पार्टी की महापौर श्रीमती हेमा सुदेश देशमुख के द्वारा जो मौन स्वीकृति किस कारण से करके बैठे है? यह कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं कांग्रेस पार्टी के सत्ताधारी दल के शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पार्षद कुलबीर सिंह छाबड़ा के लिये एक सोचनीय प्रश्नचिन्ह महापौर द्वारा लगा दिया गया है इसलिये आप से अनुरोध है कि समान्यसभा के निर्णय के बावजुद जनहित – शासनहित एवं कांग्रेस पार्टी के हितों के लिये एफआई आर दर्ज नही करवाना और भाजपा के वर्तमान प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व महापौर मधुसुदन यादव सहित निगम के पूर्व कार्यपालन अभियंता दीपक जोशी सहित ठेकेदार को जो पूरी तरह से बचाने का प्रयास किया जा रहा है यह कांग्रेस पार्टी के हित में कही से भी उचित नही है?
जहां एक ओर देश में केन्द्र की सरकार अपने सरकारी तंत्र का उपयोग करते हुए प्रदेश कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं आदि अधिकारियों के यहां ईडी, सीबीआई आदि प्रमुख एजेंसियों का उपयोग किया जा रहा है और दूसरी ओर देश के सबसे तेज तर्रार निर्णय लेने वाले छ.ग. राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के रहते महापौर श्रीमती हेमा देशमुख एवं निगम आयुक्त एवं निगम के कार्यपालन अभियंता यू.के. रामटेके के द्वारा जो भाजपा नेताओं के भ्रष्टाचार को उजागर करने के बाद कार्रवाई नहीं हो रही है।
वह कांग्रेस पार्टी के हित में नही है इसलिये तत्काल इस पूरे मामले में ठोस कार्यवाही करते हुए समान्यसभा के निर्णय के अनुसार प्रथम दृष्टया एफ आई आर दर्ज करवायी जाये । निगम के द्वारा और यदि 7 दिनों के अंदर यदि इस मामले में कोई कार्यवाही नही होती है तो मुझे कांग्रेस पार्टी के हित और जनहित के लिये निगम आयुक्त एवं महापौर के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने की अनुमति दी जाये ।जिससे कि प्रदेश में आम जनता के बीच यह संदेश जाये कि भूपेश बघेल के नेतृत्व में भ्रष्टाचारियों की कोई जगह नही है। श्री ओसवाल ने कहा आपके आदेश की प्रतिक्षा में (मुख्यमंत्री, विभाग मंत्री, शहर कांग्रेस अध्यक्ष प्रेषित पत्र)।
उल्लेखनीय है कि नगर निगम के वरिष्ठ कांंग्रेस पार्षद एवं शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर छाड़ा स्वयं भी बुढ़ासागर सौंदर्यीकरण के नाम पर 16 करोड़ के भ्रष्टाचार गड़बड़ी के गंभीर आरोप लगाकर धरना प्रर्दशन करने के साथ मुख्यमंत्री, विभाग मंत्री कांग्रेस अध्यक्ष को ज्ञापन शिकायत पत्र के साथ भेज चुके है तथा जांच एजेंसियों को भी कथित करोड़ों की गड़बड़ी भ्रष्टाचार की शिकायत कर चुके है।
विधानसभा चुनावी वर्ष में इस मुद्दे को लेकर निगम में सत्ता पक्ष एवं विपक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष सयुक्त रुप से जांच की मांग कर चुके है। राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र को लेकर कांग्रेस की प्रत्यक्ष व परोक्ष गुटीय राजनीनित के कुछ नेता स्वयं चुनाव लडऩे के लिए अपनी दावेदारी भी प्रस्तुत कर रहे है संभव है इस विधानसभा के लिए कांग्रेस को बाहरी प्रत्याशी स्व. करुणा शुक्ला जैसी अथवा जैसे दमदार प्रत्याशी की आवश्यकता पड़ सकती है। चर्चाओं के अनुसार गिरीश देवांगन भी प्रत्याशी हो सकते है! यह भी उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल स्वयं भी भ्रष्टाचार के विरुद्ध भी कड़ी कार्रवार्ई के निर्देश दे चुके है।