ऑर्गेनिक कृषि को बढ़ावा देने गोमूत्र से खाद बनाने का प्रशिक्षण
रायपुर(अमर छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ में स्थित मनोहर गोशाला के मैनेजिंग ट्रस्टी अखिल जैन (पदम डाकलिया) इन दिनों नि:शुल्क गोशाला संचालन का प्रशिक्षण देने भारत भ्रमण पर हैं। अब तक पदम डाकलिया ने 12 राज्यों का दौरा कर चुके हैं, जिसमें राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना, उत्तरप्रदेश, झारखण्ड, ओडिसा, एनसीआर (नोएडा) और पश्चिम बंगाल शामिल है। यहां पर वे गोशाला प्रबंधन ट्रस्टियों को गोमूत्र से फसल अमृत बनाने का प्रशिक्षण दे रहे हैं। उनका कहना है कि आने वाले दिनों में देश की कोई ऐसी गोशाला नहीं होगी, जो आत्मनिर्भर न हो। उनकी इस मुहीम को देशभर में सराहना मिल रही है।
पदम डाकलिया ने बताया, खैरागढ़ के मनोहर गोशाला में गोमूत्र से निर्मित फसल अमृत पर निरंतर शोध जारी है। इसके साथ ही गोशाला में नया शेड निर्माण व मध्य एशिया का सबसे बड़ा पशु चिकित्सालय निर्माण का कार्य भी निरंतर प्रगति पर है। जल्द ही छत्तीसगढ़ में सबसे बड़ा पशु चिकित्सालय प्रारम्भ होगा, जहां गोमाता को अंतिम सांस तक जीवन प्रदान करने की कोशिश की जाएगी।