(धनराज जैन की रिपोर्ट)
बेलगांव(अमर छत्तीसगढ)। चैत्र नवरात्र के आखिरी दिन गुरुवार को अंचल के गांव गांव में प्रज्वलित घरो व शीतला मंदिरों में विराजित मनोकामना जोत जवारा का विसर्जन नजदीक तालाबों में किया गया। सेवा जस गीत की धुन पर नाचते गाते मांदर ढोलक की थाप पर झूमते भक्तों ने श्रद्धा के साथ जोत जवारा का विसर्जन किया। नौ दिनों तक मां देवी की उपासना के बाद जोत जवारा विसर्जन की शोभायात्रा गांव गांव में कहीं पर सुबह तो कहीं पर रात में धूमधाम से निकाली गई और यह सिलसिला चलता रहा।
गांव के शीतला मंदिर एवं कई भक्तों के द्वारा अपने घरों पर मनोकामना ज्योति जवारा प्रज्वलित किए गए थे। जिसे जस गीत सेवा के माध्यम से स्थानीय तालाबों पर विसर्जन किया गया। इसके अलावा विभिन्न प्रसिद्ध देवी मंदिरों में विराजित ज्योति कलश का भी विसर्जन हुआ।
बेलगांव के शीतला मंदिर, माता के घर में विराजे दुर्गा मंदिर, काली माता मन्दिर कोलेंद्रा, जटकन्हार माड़ीतराई, लमानीन, मूसरा, कुसमी, मोहरा, ढारा, डारागांव डोडकी कटली पालंदुर सहित ग्रामीण क्षेत्र में विराजे जवारा का विसर्जन जगह.जगह शोभायात्रा में नाचते झूमते भक्त माता रानी की जयकारा लगाते चल रहे थे।