ग्रामीण पीने का पानी के लिए जद्दोजहद करने को मजबूर
पीने का पानी प्राप्त करने के लिए एक से डेढ़ किलोमीटर दूर जाना पड़ रहा
सारंगढ़(अमर छत्तीसगढ) – बिलाईगढ़ जिला के बरमकेला विकासखंड के ग्रामीण वन अंचलों में इन दिनों पानी की विकराल समस्या देखने को मिल रही है ग्रामीण पानी के लिए कई घंटे जद्दोजहद कर लंबी दूरी तय कर दैनिक जरूरतों को पूरा करने को मजबूर हैं। गर्मी का पारा दिन-ब-दिन बढ़ने लगा है और लगातार गिरते जलस्तर की वजह से इन दिनों कई हैंडपंप और बोर में हवा उगलने लगी है। इसी कड़ी में बरमकेला विकासखंड के ग्रामीण अंचल ग्राम पंचायत खम्हरिया और केरमेली मे जब हमारे संवाददाता ने पानी की विकराल समस्या को लेकर लोगों से रूबरू हुआ और उनकी समस्याओं को जाना समझा। लोग अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए जद्दोजहद करते दिख रहे हैं। लगातार गिरते जलस्तर की वजह से अंचल के कई हैंडपंप और वह हवा उगलने लगे हैं। शासन ने घर घर तक पीने का पानी पहुँचाने के उद्देश्य से नलजल योजना का सुरुवात किया जिसका का लाभ भी ग्रामीणों को नही मिल रहा है । दैनिक जरूरतों को पूरा करने ग्रामीण पैदल साइकिल मोटरसाइकिल विभिन्न संसाधनों से लोग एक से डेढ़ किलोमीटर की लंबी दूरी तय कर पीने का पानी घर ले जाने को मजबूर हैं।
वर्जन- पानी की बहुत विकराल समस्या है गांव में कोई सुविधा नहीं, एक से डेढ़ किलोमीटर पानी लेने जाना पड़ता है बस्ती में 80- 90 परिवार रहते हैं- हसरती सिदार ग्राम खम्हरिया ।
वर्जन – मोहल्ले में कई दिनों से पीने का पानी नही मिल रहा है पंचायत में बोलने के बाद भी आश्वासन दिया जा रहा है जिससे प्यास नही बुझ रही है – रामलाल ग्रामीण।
वर्जन- सरपंच व सचिव को अनेक बार बोला गया है लेकिन ग्राम पंचायत फंड में पैसे नही का रोना रोते रहते है शासन के नल जल योजना का लाभ भी नही मिल रहा है पम्प को सुधारा भी नही जा रहा है हमारे परिवार वालो को पीने का पानी दूर से लाना पड़ता है – सुरेंद्र कुमार ग्रामीण।