निर्माण स्थल पर सूचना पटल और लेखन कार्य नहीं होने पर कड़ी नाराजगी जताई
कवर्धा(अमर छत्तीसगढ़)। कबीरधाम कलेक्टर जनमेजय महोबे आज सुबह महात्मागांधी राष्ट्रीय रोजगार गांरटी योजना के क्रियान्वयन का जायजा लेने औचक रूप से फिल्ड में पहुंचे। कलेक्टर ने जिले के सहसपुर लोहारा और बोडला विकासखण्ड के विभिन्न पंचायतों में चल रहे मनेरगा के धरसा-सड़क निर्माण, पक्का नाला निर्माण कार्यों का आवलोकन किया। अवलोकन में कलेक्टर श्री महोबे को कई खामिया मिली। उन्होने निर्माण कार्यस्थल पर सूचना पटल नहीं होने और सूचना पटल पर लेखन कार्य नहीं होने पर तकनीकी सहायक और रोजगार सहायकों पर कड़ी नाराजगी जाहिर की। कार्यस्थल पर मनरेगा के रूल्स के आधार पर पंजीकृत श्रमिकों एवं उन्हे बच्चों के लिए अन्य सुविधाएं नहीं मिली।
कलेक्टर ने दो तकनीकि सहायक अविनाश गुप्ता, मनीषा साहू और रोजगार सहायक अशोक चौहान और सुगन पटेल को के विरूद्ध शोकॉज नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने ग्राम सहिला के मुख्यमार्ग से गोठान पहुंच मार्ग के धरसा निर्माण, ग्राम पंचायत सारी के खेत मार्ग से खडौदा धरसा निर्माण कार्यों का अवलोकन किया।
कलेक्टर ने इस दौरान वहां काम करे रहे पंजीकृत श्रमिकों से आवश्यक चर्चा की एवं उन्हे मजदूरी भुगतान के संबंध में आवश्यक जानकारी भी ली। कलेक्टर ने पंजीकृत श्रमिकों को अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल को निर्देशित किया।
कलेक्टर श्री महोबे ने इसके अलावा ग्राम पंचायत बानो के पैठू तालाब से बस्ती में बनाए गए पक्का नाला निर्माण कार्य का अवलोकन किया। कलेक्टर ने अधूरा पक्का निर्माण कार्य को शीघ्र पुरा करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने इस दौरान ग्रामीणों से चर्चा करते हुए पक्का नाला निर्माण की उपयोगिता के के संबंध में जानकारी ली। ग्रामीणों ने बताया कि पकक नाला निर्माण होने से बरसात के दिनों में बाढ़ एवं बरसात के पानी पूरा बस्तियों में भर जाता था। पिछले वर्ष इस गांव के 35 घरो में पानी भर गया था। इस सबंध में कैबिनेट मंत्री एव स्थानीय विधायक श्री मोहम्मद अकबर से पक्का नाला निर्माण के लिए मांग रखी गई थी। ग्रामीणों की मांग पर यह नाला पक्का निर्माण किया गया है।अब बरसात के दिनों में होने वाली परेशानियों से बड़ी राहत मिलेगी।
कलेक्टर ने ग्राम छितपुरीकला में वननिर्माणाधीन अमृत सरोवर तालाब का अवलोकन किया। कलेक्टर ने अमृत सरोवर तालाब के तटबाधान को और मजबूत बनाने के निर्देश दिए। छितपुरीकला के ग्रामीणों ने वहां के पुराने तालाब में पचरी निर्माण और पेयजल के लिए हैण्डपंप खनन की मांग की। कलेक्टर ने इस दोनों कार्यों का प्रस्ताव शीघ्र भेजने के लिए जनपद सीईओ को निर्देशित किया। अवलोकन के दौरान सहसपुर लाहोरा के जनपद सीईओ पन्नालाल धु्रव, बोडला सीईओ मनीश भारती सहित आरईएस के एसडीओ सहित अन्य संबंधित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
ग्राम बनों और बम्हनटोला के गौठान में गोबर खरीदी शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए
कलेक्टर श्री महोबे ने क्षेत्र भ्रमण के दौरान आज ग्राम बनो और बम्हनटोला में सुराजी ग्राम योजना के तहत संचालित गौठान का औचक निरीक्षण किया। कलेक्टर ने वहां समूह द्वारा तैयार की जा रही वर्मी कम्पोस्ट जैविक खाद निर्माण की जानकारी ली। वहां के ग्रामीणों ने कलेक्टर ने गांव में गोबर खरीदी शुरूआत करने की माग की। ग्रामीणों ने बताया कि यहां पहले गोबर की खरीदी होती थी, लेकिन वर्तमान में बंद हैं। कलेक्टर ने कृषि विभाग के अधिकारी को इन दोनों गोठानों में गोबर खरीदी शीघ्र शुरू कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने इस योजना का क्रियान्वयन में लापरवाही उदासिनता बरतने पर संबंधित आरईओ को शोकॉज नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने मनरेगा के जल संवर्धन कार्यों का अवलोकन किया, ग्रामीणों ने बताया स्ट्रक्टर से होने लगा लाभ
कलेक्टर जनमेजय महोबे ने महात्मागांधी राष्ट्रीय रोजगार गांरटी योजना के तहत बम्हनटोला के सुखानाला और वनाचंल ग्राम खारा के जतनावाला में बनाए गए गेबियन स्ट्रक्चर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौराना दोनों स्ट्रक्टचर में पानी का भराव पाया गया। कलेक्टर ने ग्राम विचारपुर में वर्ष 2020-21 में निर्माण हुए चेकडेम का भी अवलोकन किया। कलेक्टर ने वहां उपस्थित ग्रामीणों से इस दोनों गेबियन स्ट्रक्चर की उपयोगिता के संबंध में जानकारियां ली।
ग्राम विचारपुर के सरपंच ने बताया कि इस चेक डेम निर्माण से यहा के किसानों को बहुत फायदा हुआ है। चेकडेम में अब बारहमाह पानी का भराव रहता है,जिसकी वजह से अब यहां मिट्ी में नमी रहती है। क्षेत्र में भू-जल स्तर में भी सुधार हुआ है। इसी वहज से पास में ही एक किसान ने सौरसुजला योजना से बोरखनन कर खेती किसानी कर रहा है। यहां किसान लोग दो फसल ले रहे है। पहले एक ही फसल होता था। सरपंच ने बताया कि अब इस वर्ष किसानों ने धान के बाद गेहू फसल लिया था। फसल भी अच्छी हुई है। बाजार में दो हजार क्विटल में किसानों ने अपना गेहू बेचा है। किसानो को दोहरा लाभ मिल रहा है।