रायपुर (अमर छत्तीसगढ़) 26 जुलाई। आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या समणी निर्देशिका डॉ. ज्योतिप्रज्ञा जी, समणी डॉ. मानसप्रज्ञा जी के सान्निध्य में गतिमान प्रवचन श्रृंखला में तप की महिमा अपार पर उपस्थित समाजजनों को समणी वृंद द्वारा प्रेरणापाथेय प्रदान किया गया। समणी वृंद की प्रेरणा से छोटी सी बालिका सुश्री दिव्या बोथरा ने अठाई (8) की तपस्या का प्रत्याखान कर उपस्थित समाजजनों को प्रेरणा प्रदान की।
समणी डॉ. मानस प्रज्ञा जी ने पीपीटी व समणी निर्देशिका डॉ. ज्योतिप्रज्ञा जी ने सुमधुर तप अनुमोदना गीत व उत्साहवर्धक प्रेरणापाथेय के माध्यम से तपस्वी का हौसला बढ़ाया। रायपुर ज्ञानशाला ज्ञानार्थी सुश्री अक्षरा कोठारी ने नृत्य प्रस्तुति व खेमराज डागा ने शुभभाव व्यक्त कर तपस्या पर अपनी शुभकामना प्रस्तुत की। तपस्वी का अभिनंदन करने का लाभ 4 तपस्वीयों ने अठाई तप की स्वीकृति दे कर लिया।