– मुख्यमंत्री ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के 4835 निवेशकों को 1 करोड़ 10 लाख 26 हजार 281 रूपए की राशि उनके बैंक खाते में अंतरित की
– अब तक 5 चिटफण्ड कंपनियों के 28 हजार निवेशकों को 24 करोड़ 44 लाख 162 रूपए की राशि लौटाई जा चुकी
– चिटफण्ड की राशि मिलने पर हितग्राहियों ने जाहिर की खुशी
राजनांदगांव(अमर छत्तीसगढ़) 02 अगस्त 2023। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के निवेशकों के हितों के संरक्षण अधिनियम 2005 के तहत चिटफंड निवेशक न्याय कार्यक्रम के अंतर्गत आज वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के 4835 निवेशकों को 1 करोड़ 10 लाख 26 हजार 281 रूपए की राशि उनके बैंक खाते में अंतरित की। इस दौरान कलेक्टर डोमन सिंह, प्रभारी पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा एवं अन्य अधिकारी व चिटफण्ड कंपनियों के निवेशक कलेक्टोरेट सभाकक्ष से जुड़े रहे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पीडि़तों से बात करते हुए कहा कि आप लोगों ने अपनी खेती किसानी के पैसे, रिटायरमेंट के पैसे इस उम्मीद में निवेश किया था कि वो बढ़कर मिलेगा। लेकिन आपके साथ अन्याय हुआ। आपको न्याय मिले इसलिए दोषी लोगों पर कार्रवाई की गई जो आगे भी जारी रहेगी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश भी दिए कि बचे हुए मामलों में जल्द ही विधिक कार्रवाई को पूरी कराएं ताकि पीडि़त निवेशकों के पैसे वापस लौटाए जा सकें। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जहां चिटफंड कंपनियों पर कार्रवाई करके पीडि़त निवेशकों का पैसा वापस लौटाया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे द्वारा की गयी कार्रवाई को देखते हुए अब दूसरे राज्य भी हमसे ये पूछ रहे हैं कि ये कैसे संभव हो पाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये सब कुछ राज्य की जनता के विश्वास के कारण ही संभव हो सका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने आपसे वादा किया था। आपसे ठगी करने वाले चिटफण्ड कंपनी पर कानूनी कार्रवाई कर निवेशकों के पैसे लौटाए जाएंगे। हमने चिटफंड कंपनियों से निवेशकों की राशि लौटाने कार्ययोजना बनाई और इस पर अमल के लिए समय-सीमा तय की। इस पर अधिकारी कड़ी मेहनत कर रहे हैं और फर्जी कंपनियों पर लगातार कार्रवाई कर निवेशकों को राशि लौटाई जा रही है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छुरिया विकासखंड के ग्राम गेंदाटोला निवासी धर्मेन्द्र कुमार साहू से बात की। श्री धर्मेन्द्र ने बताया कि उन्हें 1 लाख 76 हजार रूपए की राशि पहले ही मिल चुकी है और आज 17 हजार 600 रूपए की राशि मिली है। चिटफण्ड कंपनी सहारा कंपनी ने हमें बेसहारा कर दिया था। उन्होंने बताया कि सोचे भी नहीं थे कि यह राशि वापस मिल जाएगी। वर्षों बाद यह राशि मिलने पर खुशी की अनुभूति हो रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री को राशि वापसी के लिए धन्यवाद दिया। डोंगरगांव विकासखंड के ग्राम सांगिनकछार निवासी खुमान सिंह वर्मा ने बताया कि 7 हजार रूपए की राशि वापस मिली है। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि शासन-प्रशासन के प्रयासों से यह राशि वापस मिली है।
कलेक्टर डोमन सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा जिले के निवेशकों की चिटफण्ड कंपनियों में फंसी हुई मेहनत की गाढ़ी कमाई वापस दिलाई जा रही है। आज जिले के 4835 निवेशकों को 1 करोड़ 10 लाख 26 हजार 281 रूपए की राशि उनके बैंक खाते में अंतरित की गई। पूर्व में 5 चिटफण्ड कंपनियों में निवेश करने वाले जिले के 27 हजार 932 निवेशकों को 23 करोड़ 33 लाख 73 हजार 880 रूपए की राशि लौटाई जा चुकी है। इस प्रकार अब तक 5 चिटफण्ड कंपनियों के 28 हजार निवेशकों को 24 करोड़ 44 लाख 162 रूपए की राशि लौटाई जा चुकी है। जिला प्रशासन द्वारा चिटफण्ड कंपनी अनमोल इंडिया एग्रो हर्बल फार्मिंग एण्ड डेयरीज केयर लिमिटेड के 146 निवेशकों को 20 लाख 75 हजार 742 रूपए, याल्स्को रियल स्टेट एण्ड एग्रो फार्मिंग लिमिटेड के 28 निवेशकों को 23 हजार 368 रूपए एवं सहारा इंडिया कंपनी के 4661 निवेशकों को 89 लाख 27 हजार 171 रूपए शामिल है। पूर्व में 5 चिटफण्ड कंपनियों में निवेश करने वाले जिले के 27 हजार 932 निवेशकों को 23 करोड़ 33 लाख 73 हजार 880 रूपए की राशि लौटाई जा चुकी है। इनमें एव्हीएम रियल स्टेट एण्ड एलाईड लिमिटेड के 46 निवेशकों को 46 लाख 23 हजार 630 रूपए, अनमोल इंडिया एग्रो हर्बल फर्मिंग एण्ड डेयरीज केयर लिमिटेड के 1935 निवेशकों को 4 करोड़ 20 लाख 8 हजार 196 रूपए, याल्स्को रियल स्टेट एण्ड एग्रो फार्मिंग लिमिटेड के 16796 निवेशकों को 10 करोड़ 73 लाख 94 हजार 897 रूपए, सहारा इंडिया कंपनी के 4619 निवेशकों को 7 करोड़ 97 लाख 40 हजार 992 रूपए एवं शुभ सांई देवकॉन इंडिया लिमिटेड के 4536 निवेशकों को 14 लाख 6 हजार 165 रूपए की राशि लौटाई गई है। इस प्रकार अब तक 5 चिटफण्ड कंपनियों के 28 हजार निवेशकों को 24 करोड़ 44 लाख 161 रूपए की राशि लौटाई जा चुकी है। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्रीमती इंदिरा नवीन प्रताप सिंह तोमर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लखन पटले सहित अन्य अधिकारी एवं चिटफण्ड कंपनियों के निवेशक उपस्थित थे।