रायपुर(अमर छत्तीसगढ़) 2 अगस्त।
आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या समणी निर्देशिका डॉ. ज्योतिप्रज्ञा जी, समणी डॉ. मानसप्रज्ञा जी की प्रेरणा से रायपुर निवासी श्रीमती कमला कम गिड़िया की सुपुत्री श्रीमती सोनम दुगड़ का 9 की तपस्या का प्रत्याखान कर कुल का गौरव बढ़ाया। तेरापंथ अमोलक भवन में तपस्वी के आगमन पर स्वागत गीत विडियो के साथ तपस्वी के कुछ पलों को चित्रित करते हुए प्रस्तुत किया गया जिसमें सुश्री महिमा नाहटा का सहयोग प्राप्त हुआ। सुश्री अक्षरा कोठारी ने शुभकामना रूपी तप अभिनंदन नृत्य व श्रीमती पूजा गिड़िया ने वक्तव्य व गीत तथा श्रीमती मंजू जैन ने आशीष वचन के माध्यम से शुभकामनाएं दी।
समणी डॉ मानसप्रज्ञा जी ने तपस्वी को तप की प्रेरणा प्रदान करते हुए तपस्या हेतु परिजनों के सहयोग पर साधुवाद दिया। उपस्थित श्रद्धालुओं को प्रेरणा पाथेय प्रदान करते हुए समणी निर्देशिका डॉ. ज्योतिप्रज्ञा जी ने तप की महिमा बताते हुए जीवन में तप की उपयोगिता को प्रकाशित करते हुए तप करना नहीं है आसान बताते हुए तपस्वी को उच्च मनोबल हेतु आध्यात्मिक मंगलकामना देते हुए प्रत्याखान करवाया। तपस्वी का अभिनंदन 5 की तपस्या का प्रत्याखान लेकर कमल ललवानी ने किया।