रायपुर(अमर छत्तीसगढ) 16 अगस्त। आचार्य प्रवीण ऋषि ने कहा कि तीर्थंकर जहां तपस्या करते है, देवता वहां खुशियां नहीं मानते हैं। तीर्थंकर परमात्मा जिस आँगन में पारणा करते हैं, उस आँगन में देवता ख़ुशी मानते हैं। देवता वहां बधाई देते हैं जहाँ तपस्वी पारणा करते हैं। उन्होंने कहा कि रायपुर वालों ये आपका सौभाग्य है कि 1 अट्ठाई की छोड़िये, सैकड़ों अट्ठाईयों का पारणा यहां होने वाला है। कई तपस्वी रायपुर पहुंचेंगे, छत्तीसगढ़ ही नहीं महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश सहित कई राज्यों के तपस्वियों का आगमन होने वाला है। इन तपस्वियों की तपस्या का ही बल है कि कल का कार्यक्रम ऐतिहासिक होने वाला है। उक्ताशय की जानकारी रायपुर श्रमण संघ के अध्यक्ष ललित पटवा ने दी है।
धर्मसभा को संबोधित करते हुए आचार्य प्रवीण ऋषि ने कहा कि जब बड़े एक कदम उठाते है तो राजमार्ग बन जाता है। बड़ों को केवल पहल करनी होती है, बाकी काम खुद ब खुद हो जाता है। जैसे श्रीकृष्ण ने केवल एक ईंट उठाई थी, और उनके पीछे सैकड़ों हाथों ने ईंट उठाई और वृद्ध का काम बन गया। उन्होंने कहा कि बड़े केवल स्वयं के लिए रास्ता नहीं बनाते हैं, उनके कारण दूसरों के लिए भी रास्ते बन जाते हैं। श्री कृष्ण बड़े है, उनके प्रति आस्था है, और जिसके प्रति आस्था है वे कुछ भी करते हैं तो लोग उनका अनुसरण करते हैं। वासुदेव ने चलते चलते एक ईंट उठाई और रख दी। उन्होंने एक ईंट उठाई तो बाकी ईंट उठाने वाले हाथ जुड़ गए। अगर श्रीकृष्ण वहां से ऐसे ही चले जाते तो द्वारिका में एक सन्देश चला जाता कि किसी जरूरतमंद की मदद नहीं करनी चाहिए। और श्रीकृष्ण ने यह सन्देश दिया कि कोई मदद मांगे या न मांगे, कोई प्रार्थना करे या न करे, तुम्हे पहल करनी चाहिए।
रायपुर श्रमण संघ के अध्यक्ष ललित पटवा ने बताया कि आचार्य प्रवीण ऋषि बुधवार को ललित महल में 3 दिवसीय आनंद महोत्सव का पहले दिवस धर्मसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि 16 से 18 अगस्त तक राष्ट्रसंत आचार्य आनंदऋषि मासा का 124वें जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इस दौरान रायपुर सहित आसपास के हजारों जैन सधर्मी परिवार पहुंचेगे। वहीं कार्यक्रम के संयोजक अशोक पटवा ने बताया कि राष्ट्रसंत आचार्य आनंदऋषि मासा का जन्मोत्सव ऐतहासिक होने वाला है। इस दौरान 1008 अट्ठाइयाँ एक साथ होने वाली है। जिसमे स्वयं हुकमचंद पटवा परिवार से ही 3 अट्ठाइयाँ हो रही हैं, जिनमे कमल पटवा, रीना पटवा तथा एकता पटवा अट्ठाई की ओर अग्रसर हैं।
हजरों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में हुई चौबीसी…
कार्यक्रम संयोजक अशोक पटवा ने जानकारी देते हुए बताया कि आनंद महोत्सव के प्रथम दिवस ललित महल में धार्मिक माहौल निर्मित हुआ। दोपहर 2 बजे चौबीसी का आयोजन हुआ। बड़े उत्साह के साथ हजारों महिलाओं ने गीत गाते हुए तपस्वियों की अनुमोदना की। गुरुदेव प्रवीण ऋषि ने आशीर्वचन दिया। वहीं तपस्वियों ने भी इस भक्तिमय उत्सव में शामिल होकर नृत्य किया। वहीं आज रात्रि जालान निवासी मेहुल रूपड़ा व उनकी टीम भक्तिमय प्रस्तुति देंगे।
वहीं 17 अगस्त को आयम्बिल दिवस व गुणानुवाद सभा का आयोजन होगा। प्रातः 7-8 बजे नवकारसी, 8.30 बजे आनंद चालीसा, 9 बजे से गुणानुवाद सभा व 1008 अट्ठाई पचरक्खाण, दोपहर 12-1 बजे गौतम प्रसादी, शाम 5-6 बजे चौविहार, रात्रि 8-9 बजे आनंद गाथा और रात्रि 9 बजे से मुंबई से अनीश राठौर व उनकी संगीत मण्डली की भक्तिमय प्रस्तुति रहेगी।
18 को पारणा महोत्सव मनाया जाएगा। प्रातः 8.30-9.30 बजे पारणा, 9.30 से 10.30 प्रवचन, 12-1 बजे गौतम प्रसादी, दोपहर 2 बजे विहार।
कार्यक्रम के संयोजक अशोक पटवा ने बताया कि इस महोत्सव के लाभार्थी राजेश मूणत परिवार, श्री जी सी जैन परिवार व हुकमचंद पटवा परिवार हैं।