रायपुर(अमर छत्तीसगढ) 17 अगस्त। रायपुर श्रमण संघ के अध्यक्ष ललित पटवा ने बताया कि तीन दिवसीय आनंद महोत्सव में इतिहास रचा गया है। पहली बार रायपुर में 1008 से ज्यादा अट्ठाइयाँ हुई हैं, वो भी एक साथ। अवसर था राष्ट्रसंत आचार्य आनंदऋषि मासा का जन्मोत्सव। 17 अगस्त की तारीख रायपुर श्रमण संघ के लिए ऐतिहासिक हो गई है। 1008 अट्ठाईयों का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन 1050 से ज्यादा अट्ठाइयाँ आज हुईं। उपाध्याय प्रवीण ऋषि ने सभी तपस्वियों को आशीर्वाद दिया।
कार्यक्रम संयोजक अशोक पटवा ने जानकारी देते हुए बताया कि ललित महल में चल रहे 3 दिवसीय आनंद महोत्सव के पहले दिन चौबीसी का आयोजन हुआ। बड़े उत्साह के साथ हजारों महिलाओं ने गीत गाते हुए तपस्वियों की अनुमोदना की। गुरुदेव प्रवीण ऋषि ने आशीर्वचन दिया। वहीं तपस्वियों ने भी इस भक्तिमय उत्सव में शामिल होकर नृत्य किया। वहीं रात की सभा में जालान निवासी मेहुल रूपड़ा व उनकी टीम ने भक्तिमय प्रस्तुति देकर माहौल भक्तिमय कर दिया।
वहीं आज दूसरे दिन आयम्बिल दिवस व गुणानुवाद सभा का आयोजन हुआ। प्रातः 7-8 बजे नवकारसी के बाद 8.30 बजे आनंद चालीसा का पाठ हुआ। इसके बाद सुबह 9 बजे से गुणानुवाद सभा और 1050 से ज्यादा अट्ठाईयों का पचरक्खाण हुआ। कार्यक्रम के संयोजक अशोक पटवा ने सभी तपस्वियों का बहुमान करते हुए उन्हें उपहार दिए। दोपहर 12 बजे उपस्थित श्रद्धालुओं ने गौतम प्रसादी का लाभ लिया। इसके बाद शाम 5 बजे से चौविहार का आयोजन हुआ। शाम पालना जी की भक्ति के लाभार्थी मूणत व पटवा परिवार रहे। पालना जी की भक्ति में सकल जैन समाज के हजारों भक्त उपस्थित रहे। रात्रि 8 बजे से प्रवीण ऋषि ने आनंद गाथा सुनाई। इसके बाद रात्रि 9 बजे से मुंबई से अनीश राठौर व उनकी संगीत मण्डली ने भक्तिमय प्रस्तुति देकर उपस्थित श्रद्धालुओं और तपस्वियों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
आनंद महोत्सव के संयोजक अशोक पटवा ने बताया कि 18 को परायण महोत्सव मनाया जाएगा। प्रातः 8.30-9.30 बजे पारणा, 9.30 से 10.30 प्रवचन, 12-1 बजे गौतम प्रसादी, दोपहर 2 बजे विहार।
इस महोत्सव के लाभार्थी राजेश मूणत परिवार, जी सी जैन परिवार व हुकमचंद पटवा परिवार हैं।