डॉ बलदेव प्रसाद मिश्र की 125 वीं  जयंती पर परिसंवाद व् विविध कार्यक्रम

डॉ बलदेव प्रसाद मिश्र की 125 वीं  जयंती पर परिसंवाद व् विविध कार्यक्रम

राजनांदगांव (अमर छत्तीसगढ़) 10 सितंबर। नांदगाँव की साहित्य त्रयी के अनमोल साहित्यकार डॉ बलदेव प्रसाद मिश्र की इस वर्ष 125 वीं  जयंती पर विविध कार्यक्रम आयोजित किये गए हैं. हिंदी साहित्य को अकादमिक क्षेत्र में बहुमान कराने व साहित्य सेवकों के बीच मानस मर्मज्ञ के रूप में विख्यात डॉ. मिश्र जी के अवदान को रेखांकित करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले कार्यक्रम इस वर्ष वृहद रूप में आयोजित हैं. ज्ञात हो की छत्तीसगढ़ सरकार भी डॉ. मिश्र की स्मृति में प्रतिवर्ष शिक्षकों को सम्मानित करती है. नांदगाँव नगर की दो साहित्य समितियां मिलकर इस वर्ष 125 वीं जयंती पर साहित्यिक कार्यक्रम आयोजित कर रहीं हैं.

12 सितम्बर को प्रातः नौ बजे दिग्विजय महाविद्यालय के त्रिवेणी परिसर में स्थापित डॉ. बलदेव प्रसाद मिश्र, गजानन माधव मुक्तिबोध व पदुम लाल पुन्नालाल बक्शी की प्रतिमाओं के माल्यार्पण के पश्च्यात डॉ. मिश्र को कान्यकुब्ज सभा व नगर के साहित्यकारों द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की जावेगी. इसी दिन अपराह्न दो बजे नगर के बसंतपुर स्थित डॉ. बलदेव प्रसाद मिश्र उच्चतर माध्यमिक शाला में स्थापित डॉ. मिश्र की नवीन प्रतिमा का अनावरण होगा.

प्रतिमा का अनावरण इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय  के  दृश्य एवं कला संकाय के अधिष्ठाता तथा हिंदी विभाग के अध्यक्ष डॉ. राजन यादव के करकमलों से होगा. डॉ. यादव भारतीय संस्कृति के उद्भट ज्ञाता तथा रामचरित्र मानस के प्रकांड विद्वान्  हैं. मानस पर उनके अब तक पचास से अधिक प्रवचन व व्याख्यान हो चुके हैं. इसके साथ ही हिंदी साहित्य के विभिन्न विषयों पर उनके तीन दर्जन से अधिक शोधपत्र व कई किताबें प्रकाशित हो चुकीं हैं. शाला के प्राचार्य श्री कैलाश शर्मा व शाला विकास समिति के अध्यक्ष राकेश जोशी का विशेष संयोजकत्व में आयोजित इस समारोह में नगर के साहित्यकार व सुधिजन उपस्थित होंगे. डॉ. मिश्र की प्रतिमा अनावरण के बाद शाला के सभागृह में डॉ. बलदेव प्रसाद मिश्र व्यक्तित्व व् कृतित्व प्रचार प्रसार समिति तथा नांदगाँव संस्कृति व साहित्य परिषद के संयुक्त तत्वावधान में डॉ. मिश्र के अवदान पर केंद्रित  एक परिसंवाद आयोजित किया गया है. परिषद प्रतिवर्ष डॉ. मिश्र की जयंती पर परिसंवाद आयोजित करती है. इस वर्ष परिसंवाद के मुख्य अतिथि डॉ. राजन यादव होंगे. डॉ. यादव मिश्र जी की कृतियों व हिंदी साहित्य में उनके विशिष्ट योगदान पर प्रकाश डालेंगे.  परिसंवाद में सुरेंद्र दुबे, विशेष आतिथ्य होगा तथा अध्यक्षता प्रो. आर पी दीक्षित करेंगे. इसी परिसंवाद में शालेय बच्चों हेतु पूर्व में आयोजित डॉ. मिश्र सस्वर काव्य पाठ प्रतियोगिता व महाविद्यालयीन स्तरीय निबंध प्रतियोगिता के परिणामों की घोषणा व पुरूस्कार वितरण किया जायेगा. समिति द्वारा आयोजित काव्य पाठ प्रतियोगिता में शालेय विद्यार्थियों की बेहद उत्साह जनक भागीदारी रही. इस प्रतियोगिता में नगर की पंद्रह शालाओं के 44 विद्यार्थियों ने सक्रीयरूप से भाग लेकर मिश्र जी की कविता जीवन संगीत का पाठ किया.

स्नातकोत्तर कक्षों के विद्यार्थियों के लिए आयोजित  निबंध प्रतियोगिता में कई विद्यार्थियों ने अपने “डॉ. बलदेव प्रसाद मिश्र  के साहित्यिक अवदान” पर अपने विवेचन प्रस्तुत किया है. परिषद के अध्यक्ष अखिलेश चंद्र तिवारी व महासचिव डॉ. चन्द्र शेखर शर्मा  ने नगर के समस्त साहित्यकारों, सुधीजनों, शोध छात्रों, विद्यार्थियों व उक्त प्रतियोगिताओं के प्रतिभागियों से इन कार्यक्रमों में उपस्थिति हेतु निवेदन किया है.  डॉ. मिश्र पर केन्द्रित यह परिसंवाद न केवल उनको जानने में बल्कि उनके साहित्यिक अवदान के विवेचन में सहायक होगा.

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