गणेश झांकी की सांस्कृतिक विरासत अद्भुभूत और प्रशसनीय है – – डॉ रमन

गणेश झांकी की सांस्कृतिक विरासत अद्भुभूत और प्रशसनीय है – – डॉ रमन


राजनांदगांव (अमर छत्तीसगढ़) 23 सितंबर। राजनांदगांव की हॉकी और गणेश की झांकी न केवल प्रदेश में बल्कि अविभाजित मध्यप्रदेश में भी प्रसिद्ध रही है राजनांदगांव की गणपति विरासत यहां की संस्कृत में रच बस गई है इसलिए प्राचीन काल से पूर्वजों से चली आ रही परंपरा का निर्वहन आज युवा लोग भी कर रहे हैं,राजनांदगांव की इस अनुपम संस्कृति को देखकर बहुत अच्छा लगता है।
उक्त उद्गार आज डॉ रमन सिंह ने राजनांदगांव आगमन के पश्चात गणेश स्थल सजावट की विभिन्न झांकियां को देखकर व्यक्त किया।
मीडिया सेल द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार आज 23 सितंबर शनिवार को डॉ रमन सिंह शाम 8 बजे पाटीदार भवन पहुंचे, जहां विराजित गणेश जी का दर्शन किया एवं तत्पश्चात विभिन्न गणेश उत्सव समितियां का दर्शन किया और दर्शन उपरांत उन्होंने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि राजनांदगांव की स्थल सजावट एवं विसर्जन झांकी में लोगो का उत्साह एवं उमंग को देखकर अंदर से ऊर्जा का संचार होता है और आत्मिक शक्ति भी प्राप्त होती है, इसलिए वे हर साल गणपति के दर्शन करते हैं। गणपति जी के आशीर्वाद से छत्तीसगढ़ में सुकून और शांति बनी रहे ऐसी वे कामना करते हैं।

विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे डॉ रमन सिंह
रविवार 24 सितंबर को.
डॉ रमन सिंह सुबह 10:50 बजे अपने सनसिटी स्थित निवास से पाटीदार भवन पहुंचेंगे, जहां दक्षिण मंडल द्वारा “मन की बात” का सीधा प्रसारण टेलीकास्ट किया जा रहा है. जिसे देश भर के चैनलों द्वारा प्रसारित किया जाएगा ।
12:30 बजे श्री सिंह भाजपा नेता कोमल सिंह राजपूत के घर प्रस्थान करेंगे, जहां उनके लघु भ्राता टार्जन सिंह की पत्नी के निधन पर शोक व्यक्त करेंगे। तत्पश्चात डॉ रमन सिंह दोपहर 3:15 पर पदम श्री गोविंद राम निर्मलकर ऑडिटोरियम पहुंचेंगे, जहां पर गोंडवाना युवा महोत्सव में शामिल होंगे। एवं शाम 4 बजे डॉ रमन सिंह जी सिंधु भवन पहुंचेंगे, जहां डूलानी परिवार में भाजपा नेता सुरेश डूलानी के लघु भ्राता स्व.दिनेश डूलानी की पगड़ी रस्म में शामिल होंगे।

Chhattisgarh