बिलासपुर(अमर छत्तीसगढ़)। परम पूज्य आचार्य श्री महाश्रमण जी के आशीर्वाद से बिलासपुर निवासी श्रीमति अर्चना नाहर धर्मपत्नी नवीन नाहर पुत्रवधु इंदिरा – पुष्पराज नाहर की आज 26 वां तपस्या गतिमान है, आगे मासखमन का पूरा भाव हैं।
जैन समाज की श्रीमती अर्चना नाहर मासखमण करने की और अग्रसर है, उनका आज 26 वां उपवास है । जैन समाज में इस वर्ष की सबसे बड़ी तपस्या है, देखा जाए तो बिलासपुर समाज में यह पहली बार मासखमण की कठोर तपस्या श्रीमती नाहर के द्वारा की जा रही है। सकल जैन समाज के सदस्यों ने उनके इस तपस्या की बारंबार अनुमोदना करते हुए उनसे सुखसाता पूछ रहे। श्रीमती नाहर 3 अक्टूबर को संभवता पारना करेंगी। उस दिन उनका पूरा 30 दिनों तक हर प्रकार के अन्न का त्याग की तपस्या पूर्ण होगी।