राजनांदगांव(अमर छत्तीसगढ़) 12 अक्टूबर। नक्सल प्रभावित क्षेत्र जॉब एवं छुरिया की रॉ टेलेंटेड बालिका खिलाड़ियों का भारतीय खेल प्राधिकरण प्रशिक्षण केन्द्र राजनांदगांव की आवासीय योजना के लिए चयन।
अंतरराष्ट्रीय बास्केटबाॅल प्रशिक्षक कालवा राजेश्वर राव एवं राधा राव द्वारा आई टी बी पी की 38 बटालियन के सहयोग से राजनांदगांव के नक्सल प्रभावित क्षेत्र जॉब एवं छुरिया की बालिका खिलाड़ियों को केम्प के पश्चात 12 रॉ टेलेंटेड बालिकाओं को चयनित कर उन्हें अपने घर में रखकर ट्रेनिंग प्रदान की। उसके पश्चात कोरोना के कारण उन बालिकाओं को घर भेजना पड़ा। कोरोना की समाप्ति के बाद उन्हें फिर से लाकर बास्केटबाॅल का अभ्यास कराना शुरू किया। इस वर्ष इन बालिका खिलाड़ियों को युगांतर पब्लिक स्कूल और दिल्ली पब्लिक स्कूल राजनांदगांव के हॉस्टल में निःशुल्क रखकर उन्हें ट्रेनिंग प्रदान करने की अथक कोशिश की और आज उनकी कोशिश रंग लाई है। इनमें निशा यादव, गायत्री साहु, सुमन कोरेटी, उत्तरा, दिपाली विश्वकर्मा, हेमा, अनिशा निशाद, अदिति कोडापे एव अंजली कोडापे भारतीय खेल प्राधिकरण प्रशिक्षण केन्द्र राजनांदगांव की आवासीय योजना के लिए चयनित हो गये हैं।
इनमें से अदिति कोडापे एवं अंजली कोडापे दोनो बहने है एवं राजनांदगांव के रेवाडिह की निवासी है एवं वे पूर्व में माध्यमिक विद्यालय रेवाडिह में अध्ययनरत थी। वहां से उनका चयन खेल कोटे में गुरुनानक स्कुल में चयनीत हूए इस वर्ष उन्हें खेल कोटे में युगांतर स्कूल ने अपने हॉस्टल में निःशुल्क एडमिशन दिया था। उन्हें बास्केटबाॅल के अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षक कालवा राजेश्वर राव एवं उनकी पत्नी कालवा राधा राव निःशुल्क ट्रेनिंग देते है।
कालवा राजेश्वर राव एवंं राधा राव वनांचल एवं नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के रॉ टेलेंटेड बालिकाओं को चयनित कर उन्हें अपने घर पर, युगांतर पब्लिक स्कूल एवं दिल्ली पब्लिक स्कूल राजनांदगांव में रखकर इन बच्चों को विगत कई वर्षों से उच्च स्तरीय प्रशिक्षण प्रदान कर राष्ट्रीय औऔर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाते रहे है। इसी कड़ी में इन खिलाड़ियों का नाम भी जुड़ गया है।
श्री राव ने इन चयनीत खिलाड़ियों सहित दो दर्जन से अधिक बालिका खिलाड़ियों को आई टी बी पी की 38 बटालियन के सहयोग से चयनित कर राजनांदगांव बुलाया और इन्हें अपने यहां रखकर उन्हें बास्केटबाॅल की बारिकियों से अवगत कराया और उनमें 12 खिलाड़ियों को चयनित कर ट्रेनिंग दी। दुर्भाग्य से कोरोना आ गया तो इन 12 बालिका खिलाड़ियों को उनके घर भेजना पडा। परंतु श्री राव व उनकी पत्नी राधा राव ने घर में भी नहीं बेठने दिया उन्हें जुम के द्वारा आनलाइन ट्रेनिंग प्रदान की इन बच्चों के पास मोबाईल भी नहीं था। उनकी मदद साथी खिलाडी कविता के पिता ने की और उन्हें अपना मोबाइल उपलब्ध कराकर प्रेक्टीस करने में मदद की।।
पुर्व में इन्हीं के गांव की एक अन्य खिलाडी नेहा मंडावी खेलों इंडिया एकेडमी योजना में चयनीत होकर खेलों इंडिया एकेडमी की सुविधाओं का लाभ ले रही है।
राव दंपति ने वनांचल के रॉ टेलेंटेड खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाया एवं इन खिलाड़ियों के जीवन स्तर में बदलाव लाने का प्रयास किया।
इनके द्वारा प्रशिक्षित कई बालक बालिका खिलाड़ियों ने सरकारी संस्थाओं में नौकरी भी दिलवाने में भुमिका निभाई है।
श्री कालवा राजेश्वर राव द्वारा उनकी पत्नी कालवा राधा राव के साथ मिलकर खेल के द्वारा समाज सेवा का बीड़ा उठाकर कार्य किया जा रहा है।
नक्सल प्रभावित क्षेत्र के इन खिलाड़ियों के साई की आवासीय योजना में चयनीत होने की इस उपलब्धी पर राजनांदगांव के खेल प्रेमियों ने बधाईयाँ दी है।