अर्हम विज्जा के इतिहास में पहली बार एक साथ 500 ट्रेनर्स को मिलेगा सर्टिफिकेट

अर्हम विज्जा के इतिहास में पहली बार एक साथ 500 ट्रेनर्स को मिलेगा सर्टिफिकेट


सर्टिफिकेशन के लिए देशभर से 9 फैकल्टी के ट्रेनर्स पहुंचे लालगंगा पटवा भवन

रायपुर(अमर छत्तीसगढ़) 23 नवंबर। 5 माह का चातुर्मास अपने अंतिम दौर में है, लालगंगा पटवा भवन में उपाध्याय प्रवर प्रवीण ऋषि के मुखारविंद से श्रावक पुच्छिंसुणं (वीर स्तुति) आराधना का लाभ ले रहे हैं। इस दौरान देशभर से अर्हम विज्जा के लगभग 400 से 500 ट्रेनर्स लालगंगा पटवा भवन पहुँच चुके है। अर्हम विज्जा के इतिहास में पहली बार एक साथ 9 फैकल्टी के ट्रेनर्स का सर्टिफिकेशन कोर्स एक ही छत के नीचे होने जा रहा है। उक्ताशय की जानकारी रायपुर श्रमण संघ के अध्यक्ष ललित पटवा ने दी है।

पुच्छिंसुणं (वीर स्तुति) आराधना के 9वें व अंतिम दिवस गुरुवार को धर्मसभा को संबोधित करते हुए उपाध्याय प्रवर ने कहा कि चार प्रकार की फिलॉसॉफी (तत्त्वज्ञान) है। जीवन में प्रायः जो समस्या आती है वह चार प्रकार से आती हैं। और इन समस्याओं का समाधान जानना है तो आपको यह समझना पड़ेगा कि किस समस्या पर कौन सी फिलॉसॉफी लागू होगी। हम प्रयास करते है कि एक फिलॉसॉफी सारी बातों पर लागू हो जाए, लेकिन एक फिलॉसॉफी सभी समस्याओं पर लागू नहीं होती है, सभी के लिए अलग अलग फिलॉसॉफी है। हमारे फेल होने का सबसे बड़ा कारण यही है। उपाध्याय प्रवर ने कहा कि कुछ बातें हमारे नियंत्रण में रहती हैं, कुछ नहीं। कुछ बातों का समाधान कृपा से होता है, लेकिन हर बात का समाधान कृपा से नहीं होता है। वहीं कुछ बातों का समाधान अज्ञान से होता है।

हम दो बातें जानते हैं, एक पुरुषार्थ और दूसरा भाग्य। कई बातें ऐसी हैं जो पुरुषार्थ और स्वयं से भाग्य से भी नहीं होती हैं, लेकिन वह आशीर्वाद से हो जाती हैं। पुरुषार्थ और भाग्य के साथ कृपा भी जरुरी है। और कई बातें कृपा से संपन्न होती हैं। जीवन में कई बातें है जो आप करोगे तो ही होंगीं, तपस्या आप करोगे तो ही होगी, सामायिक आप करोगे तो ही होगी, साधना आप करोगे तो ही होगी, धर्म आप करोगे तो ही होगा। कोई दूसरा आपके लिए आपका धर्म नहीं कर सकता। प्रवचन आपको खुद सुनाना पड़ेगा। आप गाड़ी के लिए ड्राइवर रख सकते हैं, लेकिन जीवन का ड्राइवर आपके अलावा और कोई दूसरा नहीं हो सकता।

देशभर से अर्हम विज्जा के 400 से ज्यादा ट्रेनर्स पहुंचे लालगंगा पटवा भवन
रायपुर श्रमण संघ के अध्यक्ष ललित पटवा ने बताया कि 5 माह का चातुर्मास अपने अंतिम दौर में है। 27 नवंबर को चातुर्मास का समापन है। समापन से पहले लालगंगा पटवा भवन में गुरुवार को देशभर से अर्हम विज्जा के 400 से 500 ट्रेनर्स सर्टिफिकेशन कोर्स के लिए पहुंचे है। ये सभी ट्रेनर्स 9 अलग अलग फैकल्टी के है। यह पहली बार होगा कि एक साथ 9 अलग अलग फैकल्टी के ट्रेनर्स को एक साथ सर्टिफिकेट मिलेगा। उन्होंने बताया कि लालगंगा पटवा भवन में 24 और 25 नवंबर को अर्हम विज्जा का सर्टीफिकेशन कोर्स चलेगा, जिसके बाद इन ट्रेनर्स को सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आज धर्मसभा के बाद सम्मान का कार्यक्रम रखा गया जिसमे रायपुर श्रमण संघ और आनंद चातुर्मास समिति ने इस चातुर्मास के दौरान अपनी सहभागिता दर्ज कराने वाली सभी समितियों, संघ सदस्यों का बहुमान किया।

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