बिलासपुर (अमर छत्तीसगढ़) 26 नवंबर। छत्तीसगढ़ में गौरा गारी विवाह का महत्वपूर्ण स्थान है जो दीपावली और देवउठनी एकादशी के समय होता है ।इसी अवसर पर महिलाओं के द्वारा सुआ गीत और नृत्य समूह में किया जाता है।
भोजली महोत्सव समिति बिलासपुर द्वारा प्रदेश की संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिवर्ष सुआ नाच प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष भी समिति के द्वारा धान मंडी चौक तोरवा बिलासपुर में सुआ नाच प्रतियोगिता का आयोजन हुआ जिसमें 25-30 समूहों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में समिति के सदस्यों के द्वारा मां सरस्वती एवं छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र का पूजा अर्चना किया गया। तत्पश्चात प्रतिभागियों के द्वारा एक के बाद एक क्रम से मनमोहक प्रस्तुति दिया गया। कार्यक्रम में भोजली महोत्सव समिति के महिला सदस्यों का भी सम्मान किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में माननीय महापौर नगर निगम बिलासपुर रामशरण यादव, विशिष्ट अतिथि अजय यादव उपस्थित रहे।
मो हाफिज कुरैशी, लक्ष्मी यादव पार्षद पल्लव धर, अंजनी खैरवार, गणेश प्रधान इस प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार सुपर्णा सुआ ग्रुप कुटी पारा मोपका को 5000 रुपये एवं कप स्वर्गीय परमेश्वर प्रधान की स्मृति में अजय प्रधान द्वारा, द्वितीय पुरस्कार श्याम की दीवानी ग्रुप चांटीडीह को 3000 रुपये एवं कप मनोज कुमार यादव डायरेक्टर फिनटेक्स बाजार के द्वारा, तृतीय पुरस्कार आकांक्षा सुआ ग्रुप देवरीडीह को 2000 रुपये एवं कप माननीय महापौर जी के द्वारा एवं चतुर्थ पुरस्कार गौरा गौरी ग्रुप मोपका को प्रहलाद दूधेश्वर के द्वारा 1100 सौ रूपए तथा अन्य सभी समूहों को सांत्वना पुरस्कार महापौर के हाथों से प्रदान किया गया। कार्यक्रम में मंच संचालन डॉक्टर सुनीता मिश्रा एवं महेंद्र ध्रुव के द्वारा किया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में भोजली महोत्सव समिति के अध्यक्ष शंकर यादव, ने बताया सुआ एक पंक्षी होती है जो रटी, रटायी, बांतो को बोलती दोहराता है।
इस लोकगीत में स्त्रियों तोते के माध्यम से संदेश देते हुए गीत गाती है प्रमुख रूप से उपाध्यक्ष सुनील कुमार भोई सलाहकार गंगेश्वर सिंह उइके नंदकिशोर यादव, चंदन यादव सहदेव केवट, शुभम यादव सुरेश दास, बृजभूषण सरवन शरद यादव जतिन विश्वकर्मा, गोपाल यादव, मनीष पटेल, तिलक केवट, जीतू यादव वीरू पटेल श्रीमति रामबाई सैनिक, संतोषी भोई, यशोदा उइके, रेखा दास मानिकपुरी, सुखमत केवट, रामप्यारी पटेल बनवासा यादव, संगीता यादव, समस्त भोजली महोत्सव समिति तोरवा बिलासपुर।