झंडा दिवस अमर सैनिकों के प्रति श्रद्धांजलि-अर्थ-अर्पण का श्रेयष्कर अवसर – द्विवेदी

झंडा दिवस अमर सैनिकों के प्रति श्रद्धांजलि-अर्थ-अर्पण का श्रेयष्कर अवसर – द्विवेदी


राजनांदगांव(अमर छत्तीसगढ़) 11 दिसम्बर। . समग्र देश-धरती में भारतीय सशस्त्र सेनाओं के वीर शहीदो के परमपुण्य स्मरण करने हेतु प्रतिवर्ष सात दिसम्बर को मनाये जाने वाले सशस्त्र सेना झंडा दिवस के अतिमहत्तम परिप्रेक्ष्य में नगर के विचारप्रज्ञ प्राध्यापक डॉ. कृष्ण कुमार द्विवेदी ने विशिष्ट चिंतन विमर्श में कहा कि राष्ट की रक्षा के लिए वीर बहादुर सैनिकों एवं उनके परिवारजनों के प्रति विशेष सम्मान-श्रद्धांजलि के साथ अर्थ-अर्पण का यह अत्यंत श्रेयष्कर अवसर होता है। साथ ही साथ समाज का प्रत्येक व्यक्ति की सहज सक्रिय सहभागिता की भी परम अपेक्षा होती है।

उल्लेखनीय रूप से सर्व जन-जन को समझना होगा कि भारतीय सेना के तीनों अंग थल सेना, नौ सेना एवं वायु सेना के अमर जवानों द्वारा मात्र भूमि की रक्षा के लिए किए गए प्राणोत्सर्ग के प्रति चिरस्थायी सम्मान-श्रद्धा-अर्पण के साथ साथ उनके आश्रित परिजनों के कल्याण एवं पुन: व्यवस्थापन हेतु झंडा वितरण से धनराशि प्राप्त की जाती है और यही धनराशि सैनिकों के परिवारजनों के श्रेष्ठतम कल्याणकारी कार्यो में लगायी जाती है तथा युद्ध में हुए विकलांग सैनिकों, शहीद सैनिकों की विधवाओं, आश्रितों का पुर्नवास भी किया जाता है। जो कि श्रेष्ठ सार्थक अर्थो में मातृभूमि की रक्षा हेतु शहीद हुए सैनिकों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि-आदराजंलि के साथ श्रेष्ठतम अर्थदान गौरव अवसर भी है।

आगे डॉ. द्विवेदी ने विशेष आह्वान किया कि हमारी युवा पीढ़ी-प्रबुद्ध पीढ़ी इस परमपुण्यात्म कार्य के लिए पहल करें। देश-प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को अपनी आय से यथा उचित धनराशि झंडा लेकर अवश्य अर्पण करे। यही स्वदेश मातृभूमि के लिए शहीद सैनिकों प्रति प्रत्येक व्यक्ति की सहज-सरल मौलिक कर्तव्य दायित्व का निर्वहन भी होगा। इस अवसर पर संस्था की एनसीसी छात्राओं द्वारा वितरण किए जा रहे झंडा वितरण कार्यश्रम की डॉ. द्विवेदी ने भूरि-भूरि प्रशंसा की एवं झंडा प्राप्त कर यथायोग्य धनराशि अर्पण की तथा सैनिकों के प्रति श्रद्धाअर्पण का अनुपम प्रतीक झंडा के साथ फोटो चित्र खिचवाकर छात्राओं को प्रोत्साहित किया गया।

Chhattisgarh