पूर्व पार्षद ओस्तवाल ने कहा 20 लाख के त्रिशुल घोटाले मामले में पार्षद कुलबीर अपनी तीसरी आंख खोले

पूर्व पार्षद ओस्तवाल ने कहा 20 लाख के त्रिशुल घोटाले मामले में पार्षद कुलबीर अपनी तीसरी आंख खोले

राजनांदगाँव(अमर छत्तीसगढ़) 16 जनवरी । लोकसभा क्षेत्र की जन जन की आवाज एवं पूर्व पार्षद हेमंत ओस्तवाल ने एक पत्र के माध्यम से मानव मंदिर क्षेत्र वार्ड के वरिष्ठ पार्षद कुलबीर सिंह छाबड़ा एवं निगम आयुक्त से यह मांग की है कि संस्कारधानी नगरी राजनांदगांव शहर की छबि को मानव मंदिर चौक में जो त्रिशुल लगाने का जो निर्णय निगम की महापौर या अन्य अधिकारियों के द्वारा जो लिया गया है उस मामले में 20 लाख रूपये की लागत से जो त्रिशुल बनाने का ठेका जिस ठेकेदार को एल्डरमेन या अन्य राशि से दिया गया और उसके भौतिक सत्यापन के बाद जिस त्रिशुल की लागत का समाचार पत्र में 12 लाख रूपये बताया जा रहा है ।

जिस तरह से शासन को वित्तीय हानि निगम के कार्यपालन अभियंता यू के रामटेके एवं संबंधित इस विभाग के प्रमुख अधिकारी कर्मचारी जिसके द्वारा यह मूलनस्ती चलाई गई है इस सम्पूर्ण मामले की तत्काल जांच करवाते हुए दोषी अधिकारियों को निलम्बित करवाकर शासकीय धन को जिस तरह से घटा बढ़ाकर करके जो हानि पहुंचाई जा रही है उस मामले में तत्काल निगम आयुक्त से यह कह जाये कि इसमें यदि निगम की वर्तमान महापौर श्रीमती हेमा देशमुख का लिखित / मौखिक किस निर्देश पर भगवान भोलेनाथ के इस त्रिशुल लगाने के नाम पर जो लागत बढ़ाकर भ्रष्टाचार करनेे की जो नीति थी उसका तत्काल 07 दिवस के अंदर खुलासा करवाते हुए सभी दोषियों के विरूद्ध जनहित और संंस्कारधानी के हित में एफ आई आर दर्ज करवायी जायें।

Chhattisgarh