युगांतर में लहराया तिरंगा

युगांतर में लहराया तिरंगा

राजनांदगाँव(अमर छत्तीसगढ़) 27 जनवरी । भारत में शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी संस्था युगांतर पब्लिक स्कूल में गत 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण युगांतर के पूर्व विद्यार्थी डाॅ निखर जैन युरोलाजिस्ट, एन्ड्रोलाजिस्ट, रिनल ट्रान्सप्लान्ट सर्जन तथा संघर्ष पाण्डे सरकारी अधिवक्ता उच्च न्यायालय छत्तीसगढ के मुख्य आतिथ्य में प्रातः 8 बजे हुआ। इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा मार्च पास्ट और देशभक्ति से परिपूर्ण सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी हुआ।

विद्यालय के प्राचार्य अभिषेक खंडेलवाल,सेक्रेटरी विनय डड्ढा, कोषाध्यक्ष मिश्रीलाल गोलछा, निदेशक (अकेडमिक्स) सुशील कोठारी, अजय सिंगी, अखराज कोटड़िया, नरेंद्र कोटड़िया, राजकुमार अग्रवाल, पी आर ओ दिनेश प्रताप सिंह, प्रशासक सुरेंद्र भार्गव सहित युगांतर परिवार की उपस्थिति में आयोजित यह समारोह देशभक्ति से परिपूर्ण रहा।
समारोह की शुरूआत शहीद वेदी पर पुष्पांजलि द्वारा हुई। विद्यालय के प्राचार्य अभिषेक खंडेलवाल ने कहा कि भारत का संविधान शहीदों के बलिदान को याद दिलाता है। विद्यालय के निदेशक(अकेडमिक्स) सुशील कोठारी ने कहा कि अभी भारत का अमृत काल चल रहा है। इन 75 सालों में भारत कहाँ पहुँचा है, वर्तमान में कौन सी चुनौतियाँ है-इन सब बातों का विश्लेषण करने की जरूरत है।

उन्होंने आगे कहा कि राम ने पूरे भारत को एक सूत्र में बांधने का जो कार्य किया है, इसका श्रेय प्रभावी नेतृत्त्व के साथ जनता जनार्दन को जाता है। उन्होंने भारत को विश्व को पाँचवी अर्थ व्यवस्था बनने पर हर्ष प्रकट किया। यह टीम भावना और देश की एकजुटता की जीत है। इसी तरह के विचार प्रकट करते हुए युगांतर के पूर्व विद्यार्थी डाॅ निखर जैन ने कहा कि युगांतर अपने हार्ड वर्क और टीम भावना के कारण देश मे अलग पहचान बनाया है। इसी तारतम्य में पूर्व विद्यार्थी संघर्ष पाण्डे ने कहा कि युगांतर का अनुशासन, स्पोर्ट्स और एकेडमिक अनुपम है। उन्होंने अपने विद्यार्थी जीवन को याद करते हुए अपने गुरुओं के मार्गदर्शन को भी याद किया।

इस अवसर पर गणमान्य अतिथियों द्वारा वार्षिकोत्सव में एल ई डी वर्क, आर्ट वर्क करने वाले विद्यार्थियों व उनके शिक्षकों को सम्मानित किया गया। ओलंपियाड के विविध विषयों पर प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थीगण व उनके शिक्षक भी सम्मानित हुए। समारोह को यादगार बनाने में संगीत शिक्षक विनय नायडू, गोपी पटेल, अक्षय केहरि, आकांक्षा चतुर्वेदी, नृत्य शिक्षक प्रवीण राजन, अमिषा सोनी ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। समारोह की समाप्ति ‘सारे जहाँ से अच्छा’ गीत से हुई।

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