महाराष्ट्र पुलिस की बड़ी सफलता, नक्सलियों का दीपक बूझा, गढ़चिरौली पुलिस और नक्सली मुठभेड़ में 26 नक्सली ढेर जिसमें से 16 की पहचान…..  29 हथियार भी जप्त

महाराष्ट्र पुलिस की बड़ी सफलता, नक्सलियों का दीपक बूझा, गढ़चिरौली पुलिस और नक्सली मुठभेड़ में 26 नक्सली ढेर जिसमें से 16 की पहचान….. 29 हथियार भी जप्त

राजनंादगांव/गढ़चिरौली। (अमर छत्तीसगढ़) छत्तीसगढ़ राजनांदगांव जिले के औंधी पुलिस थाना से लगे हुए महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के 11 पत्ती कोटगुल जंगल में कल पुलिस व फोर्स एवं नक्सलियों के बीच लंबे समय तक चली मुठभेड़ में नक्सलियों द्वारा गठित व संचालित एमएमसी अर्थात महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ नये जोन के प्रभारी जीवा उर्फ दीपक, उर्फ मिलिंद, तेलतुमड़े तथा सेंट्रल कमेटी सदस्य, लोकेश उर्फ मंगू, पोडयाम, मडकाम सहित 26 लोग मारे गये। कार्यवाही के दौरान नक्सलियों के पास से 29 हथियार जिसमें एके-47 ,एस एम एल आर सहित भारी मात्रा में जप्त हुए ।गढ़चिरौली पुलिस और नक्सली मुठभेड़ में 26 नक्सली ढेर जिसमें से 16 की पहचान ।

महाराष्ट्र पुलिस की सतर्कता व बड़ी सफलता ने क्षेत्र के नक्सली प्रमुख दीपक तेलतुमड़े को मारकर नक्सलियों का ही दीपक बुझा दिया। महाराष्ट्र पुलिस द्वारा सभी 26 शवों की शिनाख्त कर दी गई है। जानकारी के अनुसार एक और शव मिला है। मरने वाले नक्सलियों की संख्या 27 भी बताये जा रही है। घटना स्थल राजनांदगांव जिले के औंधी क्षेत्र के ग्राम रमकट्टा व गढ़ृचिरौली जिले के क्षेत्र लगभग 20 किमी क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से नक्सलियों के बड़े नेताओं के दंडकारण्य से महाराष्ट्र की ओर पहुंचने तथा कोई बड़ी  बैठक अथवा वारदात को अंजाम देने सक्रिय बताये जा रहे थे। महाराष्ट्र पुलिस की जबर्दस्त गोपनीय व मुखबिर की सूचना में इस अंजाम को मूर्त रूप दिया। बताया तो यह भी जा रहा है कि नक्सलियों के लिए खाद्य सामग्री, सुअर, बकरा, मुर्गी की व्यवस्था, औंधी क्षेत्र के पास से ही किसी गांव से की जा रही थी।


नक्सलियों के एमएमसी जोन कुछ क्षेत्रों में सक्रिय हुआ है। सीसीएम दीपक पर महाराष्ट्र पुलिस 50 लाख रूपये का ईनाम रहा है। एमएमसी जोन का सचिव दीपक तेलतुमड़े  पिछले कुछ वर्षों से कवर्धा, राजनांदगांव, बालाघाट, मंडला जिले में गतिविधियां दर्ज की जाती रही है। मारे गये नक्सलियों में छत्तीसगढ़ के बस्तर सहित कुछ स्थानों के रहने वाले हैं।
महाराष्ट्र पुलिस को मिली बड़ी सफलता में नक्सलियों  को भीतर तक हिला दिया है। नक्सलियों के नया जोन एमएमसी पर हमला है। जानकारी के अनुसार नक्सली आंैंधी क्षेत्र व गढ़चिरौली सीमा क्षेत्र के मार्ग से ही दो, तीन दिन पहले उनकी गतिविधियां काफी सक्रिय रही है। इनपुट दर्ज करने की जानकारी है। बताया जाता है कि मृतक नक्सली दीपक तेलतुमड़े की पत्नी गिरफ्तार होकर फिलहाल महाराष्ट्र की जेल में है। महाराष्ट्र पुलिस द्वारा जारी 26 नक्सली मृतकों की सूची में 15 नंबर पर जीवा उर्फ दीपक, उर्फ मिलिंद तथा मृतकों के सूची के 26 नंबर में लोकेश उर्फ मंगू पोडयाम, मडगाम का नाम अंकित है। ये दोनों एके 47, 9 एमएम पिस्टल, इत्यादि अपने पास रखते हैं। 


महाराष्ट्र के ग्यारहपत्ती के वन क्षेत्र स्थित धनोरा में मुठभेड़  उस समय हुआ जब पुलिस व फोर्स सर्चिंग आपरेशन के लिए चल रही थी। 
जानकारी के अनुसार राजनांदगांव जिले की औंधी पुलिस भी कथित तौर पर सक्रिय व मुखबिर की सूचनाओं से भिज्ञ  थी। वैसे भी महाराष्ट्र पुलिस को बीते वर्षों में बड़े बडे नक्सलियों व उनके सरगना व सदस्यों को मार गिराने में सफलता मिली है। राजनांदगांव जिले की मानपुर नक्सल क्षेत्र के औंधी पुलिस की जिम्मेदारी बढ़ी है कि ज्यादा एलर्ट होकर नक्सली वारदातों पर महाराष्ट्र पुलिस जैसा ही हमला करें। संपूर्ण घटना से यह स्पष्ट होता है कि महाराष्ट्र पुलिस का सूचना तंत्र मुखबिर व इससे जुड़ा नेटवर्क काफी जबर्दस्त है। मुठभेड़ में मारे गये नक्सलियों में 24 अन्य के नाम इस प्रकार हैं। 


वैसे भी पिछले कुछ वर्षों में जब अंचल के पुलिस महानिरीक्षक जीपी सिंह रहे हैं। दीपक तेलतुमड़े व उनकी टीम की सक्रियता एमएमसी की सक्रियता मध्य प्रदेश के बालाघाट, मंडला, राजनांदगांव जिले के साल्हेवारा इत्यादि क्षेत्र में चर्चाओं में दर्ज की गई थी। राजनांदगांव पुलिस को अब और ज्यादा सक्रियता, सूक्षमता व मुखबिर एवं सर्वाधिक सूचना तंत्र की आवश्यकता इस घटना के बाद चर्चाओं में दर्ज की जा रही है। राजनांदगांव के पुलिस अधीक्षक डी श्रवण नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रहे हैं।

राजनांदगांव जिले का बहुत बड़ी हिस्सा भी नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में आता है। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ़ सीमावर्ती इलाकों में नक्सलियों के एमएमसी संगठन के आपरेट होने की जानकारी मिलने के साथ ही इसके प्रमुख रहे दीपक तेलतुमड़े, लोकेश के खात्मे के बाद नक्सली अगला कदम क्या उठाते हैं। पुलिस के लिए यह भी मजबूत सूचना तंत्र के साथ जानकारी एकत्रित कर शेष नक्सलियों को मार गिराने की दिशा में  छत्तीसगढ़ के पुलिस को भी और ज्यादा मजबूती से नक्सलियों पर हमला करना होगा। 

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