निम्बाहेड़ा/राजस्थान(अमर छत्तीसगढ़) । मुमुक्षु मोक्षा भंडारी निवासी रतलाम ने आज जैन साधु संतों व साध्वियों की उपस्थिति में सांस्कारिक मोहमाया भौतिक सुखो को त्याग कर आज भगवती दीक्षा ग्रहण की। 5 फरवरी 2004 को जन्म ली। मोक्षा ने ठीक 20 वर्ष बाद आज जैनाचार्य रामेश जी म.सा. के सानिध्य में विधिवत दीक्षा ग्रहण की। वे रतलाम के निर्मल पूनम भंडारी की सुपुत्री है।
सुश्रावक महेश नाहटा के अनुसार हुक्म संघ के नवम पट्टधर, युग निर्माता, परमागम रहस्यज्ञाता, परम पूज्य आचार्य भगवन् 1008 रामलालजी म.सा. के मुखारविंद एवं बहुश्रुत वाचनाचार्य उपाध्याय प्रवर राजेश मुनि जी म.सा. के पावन सानिध्य में मुमुक्षु बहन सुश्री मोक्षा जी भंडारी, निवासी रतलाम (म.प्र.) की जैन भागवती दीक्षा आज 05 फरवरी 2024 को निम्बाहेड़ा (राज.) में संपन्न हुई। नये नामकरण में नवदीक्षिता साध्वी राममित्रा म.सा. के नाम से जिनशासन को शोभायमान करेंगी। अभी तक आचार्य के मुखारविंद से कुल 386 दीक्षाएँ सम्पन्न हुई।