पार्श्व तीर्थ नगपुरा में शिविर

पार्श्व तीर्थ नगपुरा में शिविर

नगपुरा(अमर छत्तीसगढ) 1 मार्च। श्री उवसग्गहरं पार्श्व तीर्थ नगपुरा में दिनांक 2 मार्च से दो दिवसीय योग- ध्यान-साधना शिविर आयोजित है। यह शिविर केवल जैन धर्मावलम्बियों के लिए विशेष रूप से आयोजित किया गया है। इस शिविर में जैन दर्शन के मूलभूत सिद्धांतों पर, मोटीवेशन वक्ता शेखर बैद (जैन) रायपुर द्वारा शिविरार्थियों को प्रोजेक्टर के माध्यम से अवगत कराते हुए व्याख्यान दिया जावेगा! मानसिक स्वस्थ्यता के लिए आहार शुद्धि- दैनिकचर्या के साथ योग- ध्यान का मानवीय जीवन पर प्रभाव को चलचित्र के माध्यम से प्रदर्शित किया जावेगा । शेखर बैद के अनुसार जैन धर्म सम्पूर्णतः वैज्ञानिक तथ्यों से भरा हुआ है।

विज्ञान एवं आधुनिक चिकित्सा जगत आज जिस जीवन शैली के लिए प्रेरित कर रहे है, आज से हजारों वर्ष पूर्व जैन धर्म के तीर्थकर एवं साधु-संतों ने मानव कल्याणार्थ शास्त्र में आलेखित कर विशुद्ध जीवन जीने की प्रेरणा देते आ रहे हैं। कलिकाल सर्वज्ञ पूज्यपाद हेमचंद्राचार्य ने योगशास्त्र की रचना कर सम्पूर्ण विश्व को अद्वितीय उपहार दिए है।

श्री उवसग्गहरं पार्श्व तीर्थ नगपुरा में प्रकृति के सुरम्य वातावरण में शिविरार्थीयों को महाप्रभाविक लोगस्स सूत्र की महत्त्वता से जोड़कर सप्त चक्रों की जागरण विधि सिखाया जावेगा। सप्त चक्र जागरण होने पर मनुष्य का जीवन तनावमुक्त हो जाता है। ऐसे साधक आत्मा विपरीत एवं विषम परिस्थितियों में भी स्वयं को ईश्वरीय तत्व से जोड़कर स्व-पर कल्याण का मार्ग प्रशस्त करने में सक्षम होते हैं। इस शिविर में दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर, कोण्डागांव नगरी, बेरला, राजनांदगाँव, खैरागढ़, धमतरी आदि स्थानों के साधक भाग ले रहे हैं।

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