राजनांदगांव (अमर छत्तीसगढ़) 9 मार्च।
सायबर फ्रॉड (मोबाईल ए.पी.के. ट्रेडिंग एप्प) का राजनांदगांव पुलिस द्वारा खुलासा।
67,84,170/- रूपये का किया गया था सायबर फ्रॉड
शेयर में ट्रेडिंग आई.पी.ओ. के लिए कराया गया था फर्जी ए.पी.के. एप्प इन्सटाल
04 अलग-अलग कम्पनियों में कराया गया था पैसा ट्रान्सफर
तामिलनाडू के कन्याकुमारी एवं गुजरात के गोधरा भेजी गई थी टीम
02 कम्पनी सुधनवा एवं ईवर सपोर्ट के डायरेक्टरों को किया गया गिरफ्तार
सायबर सेल की त्वरित कार्यवाही से सायबर फायनेंसियल फ्रॉड पोर्टल के माध्यम से प्रार्थी से ठगी की रकम करीबन 48.50 लाख रूपये कराया गया होल्ड।
इन्टरनेशनल वॉटसअप नम्बरों का करते थे ठगी के लिए उपयोग।
कमीशन पाने के लिए अपना फर्जी कम्पनी खोलकर कम्पनी के नाम से बैंकों में कई खाता खोलकर मुख्य सायबर आरोपियों को दिया करते थे अपना बैंक खाता इसे (अकाउंट सेलिंग परसेंट) कहतें हैं।
टेलीग्राम एवं वॉटसअप एप्प ग्रुप के माध्यम से सम्पर्क कर शेयर ट्रेडिंग में ज्यादा मुनाफा देने का लालच देकर करते हैं धोखाधड़ी।
मोबाईल ए.पी.के. ट्रेडिंग एप्प भेज कर डाउनलोड करवाते हैं फर्जी ट्रेडिंग एप्लीकेश जिसके माध्यम से मुनाफा दिलाने आरोपी अपने खाता में मंगवाते हैं पैसे।
आरोपियों के कब्जे से बैंक खाता, पेनकार्ड, मोबाईल फोन एवं कम्पनी के दस्तावेज जप्त।
XENO TECHNOLOGYS का 01 अन्य सिम प्रोवाईडर उत्तराखण्ड देहरादून में है गिरफ्तार।
अन्य राज्यों (मध्यप्रदेश के भोपाल, गुजरात के द्वारका एवं उत्तराखण्ड के देहरादून) में भी दर्ज है प्रकरण।
सायबर फ्रॉड के अन्य आरोपियों की सरगरमी से तलाश जारी।
दिनांक 24.01.2024 को प्रार्थी भावेश वाल्दे पिता लच्छनराम वाल्दे निवासी वार्ड नं. 45, वैशाली नगर, कौरिनभाठा द्वारा थाना बसंतपुर आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि उसे मोबाईल नम्बर पर W7-Rowe Price Stocks Pulling Group ग्रुप कालिंक/आमंत्रण आया उक्त लिंक को टच करने पर वह उससे जुड़ गया। उक्त ग्रुप में ंअनेक प्रकार के शेयर खरीदने और बेचने का आफर दिया गया और बताया कि आपको सिर्फ शेयर खरीदना है आपको प्रति दिन 5ःए 10.30ः का लाभ दिलाने का काम उनका है का भरोशा दिलाया, पहले कुछ लाभ दिलाया फिर आई.पी.ओ. में पैसा लगाने पर 160ः लाभ दिलाने कहा उक्त एप का संचालन एवं नियंत्रण फ्रॉड के हाथों में था। फ्रॉड द्वारा एक लिंक https:// www.indsesapp1.com/landing.html भेजकर NDIRA-SES (IND-SES) एप डाउनलोड करवाया गया। प्रथम बार उसे W7-Rowe Price Stocks Pulling Group में अन्य शेयरों के बारे मे खरीदनें, बेचनें एवं लाभ के संबंध में जानकारी दी गयी। इसी जानकारी के आधार पर प्रार्थी अपने और अपने पत्नी के बैंक खाता से विभिन्न राशियों का भुगतान विभिन्न तिथियों को फ्रॉड द्वारा बताये खातो मे जमा करवाया इस प्रकार षडयंत्रपूर्वक, छल व धोखाधडी के माघ्यम से मैं कुल राशि रुपयों 67,84,170.20 की ठगी का शिकार हुआ।
थाना बसंतपुर में उपरोक्त रिपोर्ट दर्ज कर वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया गया जिसपर पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव श्री मोहित गर्ग द्वारा प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव श्री राहुल देव शर्मा एवं नगर पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव श्री अमित पटेल के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी बसंतपुर श्री सत्यनारायण देवांगन एवं प्रभारी सायबर सेल श्री जितेन्द्र वर्मा के नेतृत्व में सायबर सेल एवं थाना बसंतपुर की संयुक्त टीम गठित कर त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिये। प्रकरण में सायबर सेल द्वारा तत्काल सायबर फायनेंसियल फ्रॉड पोर्टल के माध्यम से ठगी की रकम लगभग 48.50 लाख रूपये को विभिन्न बैंकों में होल्ड करा दिया गया। इसके बात तकनीकी सहायता से आरोपियों की पतासाजी की गई जिसके तार गुजरात के जिला गोधरा पंचमहल एवं तामिनाडू के जिला कन्याकुमारी का पता चलने पर 02 टीम बनाकर दोनों जगहों पर एक साथ दबीश दी गई। टीम गुजरात द्वारा लगातार 03 दिन तक राशन व्यापारी बनकर (गुड, तेल, चावल) सपलाई करने वाले अन्य व्यापारियों से सम्पर्क कर सेदेही तक पहुंचे जो सुधनवा अयुर्वेदा ओव्हरसीज प्राईवेट लिमिटेड कम्पनी के डायरेक्टर संदेही मुकेश भाई तक पहुंचे। पुलिस टीम द्वारा गोधरा ग्राम पंचमहल पहुंच कर आरोपी सुधनवा अयुर्वेदा ओव्हरसीज प्राईवेट लिमिटेड अगरी यूएनआई रोड तालुका गोधरा गुजरात कम्पनी के डायरेक्टर मुकेश भाई कृष्णा भाई सालाट निवासी टीम्बा नी मूवादी, कनकनपुर, पंचमहल, गुजरात की पता तलाश कर तलब किया एवं दूसरी टीम तामिलनाडू द्वारा बीलिंग सोफ्टवेयर बिक्री करने वाले सजिन राजेश तक सोफ्टवेयर खरीदने के नाम पर सम्पर्क कर ट्रेस कर कन्याकुमारी के ईवर सपोर्ट टेकनोलॉजी प्राईवेट लिमिटेड कम्पनी के डायरेक्टर सजिन राजेश निवासी 28/22, सरल विल्लई, मुत्तईकाडू, कुमारपुरम, कलकुलम, कन्याकुमारी, तामिलनाडू को पकड़ कर पूछताछ किया गया जो बताये कि वे दोनों उक्त अपना-अपना कम्पनी बनाये हैं जिसका वे डायरेक्टर है और उन कम्पनियों के नाम पर कई करंट एकाउंट और सेविंग एकाउंट अलग अलग बैंकों में खोला है जिसे वह अन्य आरोपी को प्रति ट्रांजेक्शन पर 2 से 4 प्रतिशत कमीशन मिलने के एवज में दे दिया है। आज दिनांक 08.03.2024 को दोनों आरोपियों को अपराध सबूत पाये जाने से थाना बसंतपुर के अपराध क्रमांक 26/24 धारा 409, 420, 120-बी, भा.दं.वि. 66 (डी) आई.टी. एक्ट के तहत् विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय ज्यूडीसियल रिमाण्ड में भेजा गया।
उपरोक्त कार्यवाही में थाना बसंतपुर से उनि संजय पटेल, उनि भूषण चंद्राकर, आरक्षक प्रवीण मेश्राम एवं सायबर सेल से सउनि सुमन कर्ष, आरक्षक अमित सोनी, हरीष ठाकुर, अवध किशोर साहू, मनोज खुंटे, हेमंत साहू, आदित्य सिंह, मनीष मानिकपुरी एवं दुर्गेश भूआर्य की अहम भूमिका रही।
नाम आरोपी :–
(1) मुकेश भाई कृष्णा भाई सालाट, टीम्बा नी मूवादी, कनकनपुर, पंचमहल, गुजरात। डायरेक्टर सुधनवा अयुर्वेदा ओव्हरसीज प्राईवेट लिमिटेड कम्पनी अगरी यूएनआई रोड तालुका गोधरा गुजरात ।
(2) सजिन राजेश 28/22, सरल विल्लई, मुत्तईकाडू, कुमारपुरम, कलकुलम, कन्याकुमारी, तामिलनाडू, डायरेक्टर ईवर सपोर्ट टेकनोलॉजी प्राईवेट लिमिटेड कम्पनी कन्याकुमारी, तामिनाडू।
फ्रॉड का एकाउंट नम्बर:-
1) Company Name – Ever Support Technologies Pvt Ltd – A/No. 250105000956,
(2) Company Name – Sudhanva Ayurveda Overseas Pvt Ltd. – A/No. 105705002910,
(3) Company Name – Mag Technology Services Company – A/No. 212105500235
(4) आरोपियों से 02 नग मोबाईल फोन, सीम नम्बर 8870526405 एवं 9724470297 जप्त।
अपील :- ट्रेडिंग मोबाईल ए.पी.के. स्कैम से बचने के लिए सावधानी –
1- एडवाजरी ग्रुप (वॉटस्अप, टेलीग्राम आदि) जो सेबी से रजिस्ट हो तो उनसे ट्रेड करें।
2- रजिस्टर्ड एडवाजरी गु्रप कम्पनी का बिल भी रजिस्टर्ड कंपनी क नाम से हो।
3- ट्रेड्रींग के लिए दूसरे को अपने डीमेट अकाउंट व पासवर्ड ना दें।
4- निवेश के लिए पैसे किसी के बताये अकाउंट में ना डालें जो आपके पैसे लेकर निवेश कर प्रॉफिट बना कर आपको देने का वादा करता है।
5- किसी विशेष ब्रोकर के पास ही डीमेट अकाउंट खुलवाने पर टिप्स मिलने की बातो में ना आवे।
6- गारंटेड रिर्टन के झांसे में ना हाये।
7- इस तरह कि फ्रॉड कम्पनी का भौतिक रूप से कोई कार्यालय पते पर नहीं होता।
फ्रॉड होने के बाद क्या करें ?
1- 1930 हेल्पलाईन नम्बर पर कॉल करें।
2- सायबर फायनेंसियल फ्रॉड पोर्टल में स्वयं या नजदीकी थाना/सायबर सेल जाकर कम्पलेन करें।