बिलासपुर(अमर छत्तीसगढ़) 1 अप्रैल। सत्य समता और सरोकार का उद्देश्य लेकर साहित्य व समाज सेवा में संलग्न छत्तीसगढ़ कलमकार मंच मस्तूरी बिलासपुर का द्वितीय वार्षिक सम्मेलन एवं सम्मान समारोह 29 मार्च को होटल एमराल्ड बिलासपुर में सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि थे डॉ. आर.पी. टंडन वरिष्ठ साहित्यकार कांकेर।अध्यक्षता की डॉ.पीसी लाल यादव गंडई ने तथा विशिष्ट अतिथि थे छंद गुरु श्री अरुण निगम दुर्ग। इस अवसर पर डॉ.पीसी यादव को उनकी दीर्घकालीन साहित्य व संस्कृति सेवा के लिए छत्तीसगढ़ कलमकार मंच मस्तूरी द्वारा छतीसगढ़ की महान विभूति, कवि/ गीतकार लक्ष्मण मस्तुरिहा की स्मृति में मंच के संस्थापक व प्रदेशाध्यक्ष डॉ.किशन टण्डन क्रांति एवं अतिथियों द्वारा अंग वस्त्र, पुष्प गुच्छ, स्मृतिचिह्न,सम्मान पत्र व मेडल देकर लक्ष्मण मस्तुरिहा सम्मान से सम्मानित किया गया। इसी क्रम में छंद गुरु श्री अरुण निगम के साथ ही 11अन्य साहित्यकारों को भी सम्मानित किया गया।
डॉ.पीसी लाल यादव ने इस सम्मान के लिए मंच के प्रति आभार व्यक्त किया । अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में उन्होंने उपस्थित साहित्यकारों से कहा – हम कुछ ऐसा लिखें जो पढ़ने लायक हो, या कुछ ऐसा करें जो लिखने लायक हो।डॉ.यादव ने विभिन्न साहित्यकारों तथा विभूतियों का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए सन्त गुरु घासीदास के मनखे मनखे एक समान सन्देश पर प्रकाश डाला ।
डॉ.पीसी लाल यादव को उनकी साहित्यिक उपलब्धि के लिए लक्ष्मण मस्तुरिहा सम्मान मिलने पर साहित्यकारों व कलाकारों ने उन्हें बधाइयाँ दी हैं।
(हितेश मानिकपुरी)