कैवल्यधाम जैन तीर्थ में अक्षय तृतीया वर्षीतप पारणा 2 दिवसीय महामहोत्सव संपन्न….. जैन समाज के धर्मावलंबी वर्षीतप के महान तपस्वियों की गई अनुमोदना…. वर्षीतप में दल्लीराजहरा, दुर्ग, जगदलपुर, रायपुर, सीलचर, नागदा, बालाघाट, केशकाल, मुंगेली, नयापारा राजिम, राजनांदगांव, भिलाई, बेरला, महासमुंद से तपस्वी हुवे शामिल
दुर्ग/रायपुर (अमर छत्तीसगढ़) 10 मई। जिले के कुम्हारी स्थित कैवल्यधाम जैन तीर्थ में आज दो दिवसीय अक्षय तृतीया वर्षीतप पारणा महामहोत्सव संपन्न हुआ। प्रदेश के साथ ही मध्यप्रदेश के कई जिलों के वर्षीतप आराधक महान तपस्वियों का सम्मान कैवल्यधाम जैन श्वेताम्बर ट्रस्ट ने किया तथा सभी का सम्मान किया गया। जैनाचार्य विनयकुशल मुनिजी गणि आदिठाणा, मनीषसागर जी म.सा. आदिठाणा एवं दर्शनप्रभा जी म.सा. आदिठाणा आदि के सानिध्य में हजारों की उपस्थिति में वर्षीतप पारणा महोत्सव के कायमी लाभार्थियों के सहयोग से संपन्न हुआ। संपूर्ण महोत्सव के लाभार्थी नेमीचंद बैदमुथा, भंवरीबाई बैदमुथा एवं श्रीमती किरणदेवी बैदमुथा व परिजनों के पुण्य प्रताप से संपन्न हुआ।
कैवल्यधाम जैन श्वेताम्बर ट्रस्ट महामंत्री सुपारसचंद गोलेच्छा के अनुसार वर्षीतप में दल्लीराजहरा, दुर्ग, जगदलपुर, रायपुर, सीलचर, नागदा, बालाघाट, केशकाल, मुंगेली, नयापारा राजिम, राजनांदगांव, भिलाई, बेरला, महासमुंद इत्यादि स्थानों के जैन समाज के धर्मावलंबी वर्षीतप के महान तपस्वियों की उपस्थिति का अनुमोदना किया गया। इस अवसर पर जैन साधु संतों ने विधिवत समस्तजनों का पारणा कराया। वर्षीतप इक्षुरस के कायमी मुख्य लाभार्थी श्रीमती बसंती देवी लूंकड के दो वर्षीतप निमित्ते एवं समस्त परिवार रायपुर द्वारा संपन्न हुआ। महामंत्री श्री गोलेच्छा के अनुसार दो दिवसीय वर्षीतप पारणे के तहत कल परमात्म दर्शन एवं भक्तामर स्त्रोत के साथ वासक्षेप पूजा, पक्षाल, अष्ट प्रकारी पूजा एवं स्नात्र महोत्सव, भक्तामर महापूजन तथा महाआरती व भक्ति भावना के साथ संपन्न हुआ। आज अक्षय तृतीया पर प्रात: चतुर्विध संघ के साथ परमात्म दर्शन, भक्ताम्बर अभिषेक, पर्मात्मा का पक्षाल, अष्टप्रकारी पूजा आरती तथा ग्यारहवां ध्वजारोहण के साथ पारणा महोत्सव निपुणा अध्यात्म वाटिका का मांगलिक कार्यक्रम विधि कारण अरविंद भाई जैन एवं इंदौर व विमल जी गोलछा एवं पार्टी रायपुर द्वारा कराया गया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, उड़ीसा सहित राजस्थान के भी जैन समाज के लोग वर्षीतप कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में उपस्थित थे।