मिशन जल रक्षा 2.0 अंतर्गत संयुक्त विभागीय कार्यशाला का आयोजन

मिशन जल रक्षा 2.0 अंतर्गत संयुक्त विभागीय कार्यशाला का आयोजन

जल संरक्षण संवर्धन अब नहीं तो कब- सुश्री सुरुचि सिंह

जिले में 53% खेती के पानी के लिए बोर का उपयोग- छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद

जल संरक्षण संवर्धन से संबंधित कार्यों और प्रयासों में लाएं तेजी- कलेक्टर श्री अग्रवाल

राजनांदगांव(अमर छत्तीसगढ) 20 मई। जिला अंतर्गत जिला पंचायत के माध्यम से चल रहे मिशन जल रक्षा 2.0 में जल संरक्षण संवर्धन के निरंतर प्रयासों की कड़ी में आज मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत द्वारा प्रातः 10:00 बजे छत्तीसगढ़ ग्राउंड वाटर बोर्ड के साथ जिले में किये जा रहे जल संवर्धन संरक्षण के कार्यों से संबंधित अपनी कार्य योजना का विस्तृत प्रेजेंटेशन देते हुए ग्राउंडवाटर बोर्ड के उच्च अधिकारियों से चर्चा परिचर्चा कर सुझाव प्राप्त किया ।

सुश्री सिंह द्वारा ग्राउंडवाटर के अधिकारियों एवं जिला के सभी कार्य एजेंसीयों के साथ आगामी एक सप्ताह के अंतर्गत प्रशिक्षण-सह-कार्यशाला का आयोजन कर जिले में नवीन तकनीक योजनाओं के संबंध में अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा । इसके पश्चात आज ही दोपहर 12:00 बजे जिला पंचायत एवं छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं तकनीकी परिषद के अधिकारियों के मध्य वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें विज्ञान एवं तकनीकी परिषद के उच्च अधिकारियों को जिले में चल रहे जल संरक्षण संवर्धन की पद्धति से तैयार की गई कार्ययोजना एवं प्रयासों के संबंध में जानकारी प्रदान की गई।

उक्त संबंध में छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के सदस्यों द्वारा तकनीक को सही बतलाते हुए हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया गया तथा जल्द ही जिले के क्षेत्र में योजना की भौतिक इंप्लीमेंटेशन के संबंध में निरीक्षण हेतु आमंत्रण स्वीकार किया । सुश्री सिंह द्वारा अधिकारियों को अवगत कराया गया कि हमारा जिला राजनांदगांव के तीन ब्लॉक राजनांदगांव, डोंगरगांव एवं डोंगरगढ़ जल स्तर के मामले में सेमी क्रिटिकल जोन में चल रहे हैं तथा इसी तरह पानी का उपयोग बढ़ता रहा तो जल्द ही हम क्रिटिकल जोन में होंगे जो कि महत्वपूर्ण और चिंता का विषय है, यदि हमारे द्वारा अब जल संरक्षण संवर्धन के प्रयासों को बढ़ाया नहीं गया तो अब, कहीं विलंब ना हो जाए तथा प्रशासन को भविष्य में आने वाली जल संकट को ध्यान में रखते हुए योजनाबद्ध तरीके से जल स्तर में वृद्धि हेतु वृहद स्तर पर प्रयास किया जाना अनिवार्य है ।

इसके पश्चात आज दोपहर 1:30 बजे से कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला पंचायत सभा कक्ष में कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग, पशु चिकित्सा विभाग, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक, मत्स्य विभाग, जल संसाधन विभाग, भूमि संरक्षण विभाग एवं भूजल संरक्षण से संबंधित जुड़े समस्त विभाग की संयुक्त बैठक आयोजित की गई उक्त बैठक में कलेक्टर महोदय श्री संजय अग्रवाल द्वारा जिले के समस्त अधिकारियों को जल संकट के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए अपने विभागों से संबंधित जल संरक्षण संवर्धन के प्रयासों में तेजी लाए जाने हेतु निर्देशित किया गया तथा कृषि विभाग तथा कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से बड़े किसान समूह को धान के बदले अन्य फसलों के लाभ, पानी की बचत, व्यय में कमी तथा उत्पादन क्षमता में वृद्धि के संबंध में निरंतर जल संवर्धन स्वच्छता एवं फसल संगोष्ठी करने के निर्देश दिए गये, श्री अग्रवाल द्वारा बतलाया गया कि जल के संरक्षण हेतु सर्वाधिक महत्वपूर्ण व्यवहार परिवर्तन जैसे विषयों पर ग्राम पंचायतो और किसानों से चर्चा किया जाना अनिवार्य है ताकि वे जल स्तर की स्थिति और समय के महत्व को समझ सके उक्त बैठक में जिले के कृषि विभाग उद्यानिकी विभाग पशु चिकित्सा विभाग जिला पंचायत जल संसाधन विभाग नाबार्ड मत्स्य विभाग एवं अन्य विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी तथा जनपदों के अधिकारी उपस्थित रहे ।

Chhattisgarh