जल संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में आवश्यक है, मिशन जल रक्षा

जल संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में आवश्यक है, मिशन जल रक्षा

राजनांदगांव (अमर छत्तीसगढ़) 1 जून। कलेक्टर संजय अग्रवाल, राजनांदगांव की अध्यक्षता एवं सुश्री सुरूचि सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत, रारजनांदगांव के नेतृत्व में जल संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में *मिशन जल रक्षा* के संबंध में आज जिला पंचायत, संभा कक्ष, राजनांदगांव में अत्यावश्यक बैठक का आयोजन किया गया।
 जिसमें जिला-राजनांदगांव, मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी एवं खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई के वनमण्डलाधिकारी, सर्व संबंधित जिला अधिकारीगण, कृषि उत्पादक संगठनों एवं उद्योगों के उद्योगपतिगण, प्रतिनिधिगण उपस्थित हुए । बैठक में घटते जल स्तर की समस्या को दृष्टिगत् जल की रक्षा किये जाने हेतु फसल विविधता एवं अधिक आय एवं कम पानी के उपयोग वाली फसलों को लेने, वृक्षारोपण करने इत्यादि पर गहन चर्चा की गई । बैठक में जल की रक्षा करने हेतु सभी से सुझाव लेते हुए कृषि उत्पादक संगठनों, उद्योगपतियों एवं सभी से प्रयास एवं उपाय करने की अपेक्षा की गई । 

बैठक में जिले में मिशन जल रक्षा अन्तर्गत निरंतर जल संरक्षण एवं संवर्धन के प्रयासों तथा केन्द्रीय भू-जल बोर्ड से विडियों कांफ्रेेसिंग में प्राप्त निर्देशेों से अवगत कराया गया । जिले के घटतेजल स्तर एवं पानी की समस्या को ध्यान में रखते हुये धान के बदले अन्य फसलों को लिये जाने जोर दिया गया । बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत व्दारा पीपीटी के माध्यम से जिले में घटते जल स्तर की समस्या से अवगत कराते हुये वर्तमान मे जमीन के नीचे उपलब्ध पानी को कैसे बचाया जा सकता है, जल संरक्षण हेतु क्या-क्या उपाय किये जा सकते है, कैसे फसल विविधता एवं अधिक आय एवं कम पानी की उयोग वाली फसलो को बढाया जा सकता है, की जानकारी देते हुए कृषि उत्पाद संगठनों एवं उद्योगपतियों तथा कृषि विभाग से कांटेक्ट फामिंग के संबंध में सुझाव लिये गये । बैठक में उद्योगपतियों से जल संरक्षण एवं संवर्धन, वृक्षारोपण एवं स्वच्छता के संबंध मे आये प्रतिनिधियों से भी विस्तार पूर्वक चर्चा की गयी ।

    बैठक में कलेक्टर व्दारा गिरते जल स्तर पर चिंता व्यक्त करते हुये जल संवर्धन एवं जल संरक्षण की दिशा में कार्य करने हेतु सामूहिक भागीदारी सुनिश्चित करने की अपील की गयी । बैठक मे मुख्य कार्यपालन अधिकारी व्दारा सड़क किनारे, स्कूलो, तालाबों एवं खेेतो के मेड़ो में वृक्षारोपण का प्लान तैयार कर 05 जून से इस दिशा में कार्यवाही सुनिश्चित करने हेतु अनुरोध किया गया । साथ ही बताया गया कि धान के अतिरिक्त कई ऐसे भी फसले है जिसका कम सिचाई में उत्पादन कर किसान अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ कर सकते है । उपस्थित एफपीओ एवं उनके प्रतिनिधियों से धान के अतिरिक्त अन्य फसलो को लेने हेतु सुझाव लिया गया । उपस्थित प्रतिनिधियों व्दारा बताया गया कि कई स्थानों में धान के अतिरिक्त मक्का, मुगफल्ली, दलहन, तिलहन आदि फसलो का उत्पादन किया जा रहा है । कृषक प्रतिनिधियों व्दारा बीज की गुणवत्ता एवं सहज उपलब्धता तथा मार्केटिंग की व्यवस्था बेहतर सुरिश्चित करने हेतु बैठक मे सुझाव दिया गया । 

    आज की बेठक में सर्व-संबंधित विभाग प्रमुख, एबिस ग्रुप, राजाराम मेझ प्रोडेक्ट, कमल साल्वेंट, गोयल मिल तथा कृषि संबंधित अन्य उद्योगपति उपस्थित थे । 

 बैठक के अंत में सभी ने एक दूसरे से समन्वय करते हुए एक स्वर में जल की रक्षा किये जाने हेतु जल संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में जल की रक्षा मिशन मोड में करने हेतु शपथ लिया गया ।
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