बिलासपुर (अमर छत्तीसगढ) अंतराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा बुधवार को गूगल मीट पर विश्व ऐड्स दिवस,मंगसीर द्वादसी पर आयोजित भक्तिमय ऑनलाइन कार्यक्रम।
कार्यक्रम का संचालन प्रेमलता गोयल ने करते हुए कार्यक्रम का श्री गणेश अपने निवास स्थान पर श्री कृष्ण भगवान, गणेश भगवान के फोटो पर रोली अक्षत का तिलक लगा, माल्यार्पण, दीप प्रज्वलित, पूजा अर्चना आराधना कर गणेश वंदना और पितरों जी की स्तुति से किया।
गिरिजा गोयल ने सभी अतिथियों को तिलक लगा श्री फल और मनी प्लांट का पौधा भेट कर स्वागत किया।उनका संक्षिप्त जीवन परिचय दिया।
अध्यक्ष डॉ अनीता अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में विश्व एड्स दिवस पर अपनी अभिव्यक्ति में बताया 1 दिसंबर 1988 को शुरू हुए विश्व एड्स दिवस का मकसद, एचआईवी या एड्स से ग्रसित लोगों की मदद करने के लिए धन जुटाना, लोगों में एड्स को रोकने के लिए जागरूकता फैलाना, एड्स या एचआईवी से पीड़ित लोगों के खिलाफ हो रहे है भेदभाव को रोकना और एड्स से जुड़े मिथ को दूर करते हुए लोगों को शिक्षित करना है।विश्व एड्स दिवस, 1988 के बाद से 1 दिसंबर को हर साल मनाया जाता है,[1] जिसका उद्देश्य एचआईवी संक्रमण के प्रसार की वजह से एड्स महामारी के प्रति जागरूकता बढाना, और इस बीमारी से जिसकी मौत हो गई है उनका शोक मनना है। सरकार और स्वास्थ्य अधिकारी, ग़ैर सरकारी संगठन और दुनिया भर में लोग अक्सर एड्स की रोकथाम और नियंत्रण पर शिक्षा के साथ इस दिन का निरीक्षण करते हैं।
मुख्य अतिथि नंदिनी चौधरी ने द्वादसी का महात्म सुना पौराणिक कथा सुनाई।
विशिष्ट अतिथि विजया डालमिया हैदराबाद ने जीवन में अध्यात्म का महत्व बता जय प्रसंग सुनाए।
विशिष्ट अतिथि सुशीला अग्रवाल कोलकाता ने भजन सुना सामूहिक कीर्तन श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी हे नाथ नारायण वासुदेवा करवाया।
द्वादसी के पावन पर्व पर सुलोचना धनावत, कुसुम अग्रवाल, निशा गोयल, नंदिनी चौधरी, विजया डालमिया, सुशीला अग्रवाल, गिरिजा गोयल, रेखा गर्ग ने भजन प्रस्तुति से भक्तिमय वातावरण बना सभी सदस्यों को झूमने गाने के लिए प्रेरित किया।
उमा बंसल महासचिव ने अतिथियों को स्मृति चिह्न भेट कर सम्मानित किया। सभी सदस्यों को उनकी उपस्तिथि अभिव्यक्ति और भजन प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ज्ञापित कर विश्व कल्याण की भावना से शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया।
सम्मेलन के सभी सदस्य भगवती अग्रवाल, नंदिनी चौधरी, गिरिजा गोयल, कुसुम अग्रवाल, निशा गोयल, रेखा गर्ग, सुलोचना धनावत, उमा बंसल, विजया डालमिया, सुशीला अग्रवाल,राजबाला गर्ग, मंजू गोयल, सिया अग्रवाल ने अपनी अपनी अभिव्यक्ति और भजन प्रस्तुति से कार्यक्रम को सफल बनाया।