आत्मस्पर्शी चातुर्मास 2024 का भव्य शुभारंभ आज से, भाव श्रावक के 17 गुण पर होगा प्रवचन

आत्मस्पर्शी चातुर्मास 2024 का भव्य शुभारंभ आज से, भाव श्रावक के 17 गुण पर होगा प्रवचन

रायपुर(अमर छत्तीसगढ) 19 जुलाई। प.पू. दीर्घ तपस्वी श्री विरागमुनिजी का भव्य मंगल प्रवेश दादाबाड़ी में 15 जुलाई को हुआ। वहीं, अब 20 जुलाई, शनिवार से आत्मस्पर्शी चातुमासिक प्रवचन एवं अनुष्ठान के क्रम शुरू होने जा रहे है।

श्री ऋषभदेव मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष विजय कांकरिया और कार्यकारी अध्यक्ष अभय कुमार भंसाली ने बताया कि प्रतिदिन के कार्यक्रम की श्रृंखला में सुबह 6.30 से 7.20 बजे तक छः आवश्यक विषय पर स्वाध्याय होगा और उसके बाद भाव श्रावक के 17 गुण के विषय में सुबह 8.45 से 9.45 बजे तक मुनिश्री का प्रवचन होगा। इसी कड़ी में दोपहर 2.30 से 3.30 बजे तक सूत्र एवं अर्थ और रात्रि 8.30 से 9.30 बजे तक मार्गानुसारी जीवन के 35 बोल विषय रात्रि स्वाध्याय होगा। वहीं, शनिवार, 20 जुलाई को सुबह 5 बजे चौमासी चौदस विशेष पौषध होगा।

आत्मस्पर्शी चातुर्मास समिति 2024 के प्रचार प्रसार संयोजक तरुण कोचर और नीलेश गोलछा ने अपील करते हुए कहा कि दादाबाड़ी में सुबह 8.45 से 9.45 बजे मुनिश्री का प्रवचन होगा। आप सभी से निवेदन है कि जिनवाणी का अधिक से अधिक लाभ उठाएं।

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