रायपुर (अमर छत्तीसगढ़) 21 जुलाई। स्थानीय पुजारी पार्क में सामायिक स्वाध्याय का नया अध्याय आडा आसन त्यागी, सूर्य अतापना धानी शीतलराज म.सा.के सानिध्य में आज सुबह एवं दोपहर सैकड़ों जैन श्रावक-श्राविकाओं ने भाग लिया। मुनि श्री का प्रवचन के साथ मांगलिक लाभ भी लिया। विशेष वेशभूषा में बड़ी संख्या में महिला-पुरुषों ने सामायिक की दीपेश संचेती एवं परिजनों द्वारा नियमित रुप से सतत् लाभ सामायिक एवं स्वाध्याय का लाभ प्राप्त कर रहे है तथा चातुर्मास लाभार्थी परिवार स्व.पुखराजजी, स्व. मोहिनीजी संचेती परिवार देवपुरी की सह्दयता-उदारता एवं शीतल चातुर्मास समिति के माध्यम से मानस भवन पुजारी पार्क पचपेड़ी नाका में आज दुसरे दिन भी चातुर्मासिक आयोजन में प्रवचन का लाभ बड़ी संख्या में लोगों ने उपस्थित रह कर भाग लिया।
आज ही महिला-पुरुष सामायिक वेशभूषा में पधारे वहीं दुसरी ओर चातुर्मासिक दैनिक कार्यक्रम निर्धारित समय पर नियमित रुप से चल रहा है तथा मुनि शीतलराज के आव्हान पर चाहे जो मजबूरी हो, एक सामायिक जरुरी हो। को आत्म सात करने की दिशा में उपस्थित श्रावक-श्राविका अग्रणी दिख रहे है।
संचेती परिवार प्रमुख व परिवार से जुड़़े सहयोगी आयोजकों के अनुसार आज पुजारी पार्क में चातुर्मासिक आयोजन मुनि शीतलराज के सानिध्य में प्रारंभ हो गया। जहां चातुर्मासिक आयोजन प्रारंभ हो जाएगा। जहां कल से प्रतिदिन सुबह 6.30 बजे प्रार्थना, सुबह 8.45 से 9.45 तक प्रवचन, अतापना दोपहर 12 से 3 बजे तक, मौन मांगलिक दोपहर 3 बजे, प्रतिक्रमण सूर्यास्त पश्चात, धर्म-चर्चा रात्रि 9 बजे से 9.30 तक तथा गुरुदेव शीतलराज मुनि का मौन व्रत प्रति सोमवार, गुरुवार एवं प्रतिदिन दोपहर 12 से 3 बजे तक जारी हुआ।
आयोजन समिति के अनुसार श्रावक-श्राविकाएं नियमित रुप से एकासना, तेला, उपवास, आयम्बिल की दिशा में भी आगे बढ़ रहे है। आज भी समाज के लोगों ने उपस्थित श्रावक-श्राविकाओं, बच्चों सभी को प्रभावना भेंट कर सम्मानित नियमित रुप से किया जा रहा है। संपूर्ण कार्य नियमित रुप से अनिल बागरेचा, मोहनी बागरेचा, संचेती परिवार लगातार अपनी सेवाएं दे रहा है। आयोजन समिति के अनुसार आज प्रारंभ हो गया।
चातुर्मास में चातुर्मासिक आयोजन के तहत 31 अगस्त को पर्युषण पर्व आरंभ होगा तथा संवत्सरी महापर्व 7 सितम्बर, सामूहिक क्षमापना 8 सितम्बर, सामायिक स्वाध्याय सम्मेलन 29 सितम्बर, भगवान महावीर स्वामी निर्वाण 1 नवम्बर, उत्तराध्य्यन सूत्र वाचन 2 नवम्बर, ज्ञानपंचमी 6 नवम्बर तथा चातुर्मास का समापन 15 नवम्बर को संपन्न होगा। आयोजन समिति के अनुसार चातुर्मास लाभार्थी परिवार स्व. पुखराजजी, स्व. मोहिनीजी, संचेती परिवार देवपुरी, रायपुर है। आज बड़ी संख्या में जैन श्रावक-श्राविकाओं ने उपवास की विभिन्न तिथियों, पद्धतियों से जुडक़र अभियान को पारिवारिक रुप से चला रहे है।
जैन साज के प्रमुख वरिष्ठ प्रेमचंद भंडारी भी तपस्या उपवास को लेकर श्रावक-श्राविकाओं को मार्ग दर्शन सहयोगात्मक दे रहे है। उपवास में भाग लेने वाले बड़ी संख्या में प्रतिदिन आगे आ रहे है। वहीं उपस्थितजन सामायिक एवं प्रवचन मांगलिक का लाभ ले रहे है।