काठमाण्डौ नेपाल (अमर छत्तीसगढ) 21 जुलाई।
265 वाॅ तेरापंथ स्थापना दिवस का आयोजन
आचार्य श्री महाश्रमण जी के प्रबुद्ध सुशिष्य मुनि श्री रमेश कुमार जी के पावन सान्निध्य में तेरापंथ कक्ष स्थित महाश्रमण सभागार में 265 वाॅ तेरापंथ स्थापना दिवस का आयोजन हुआ।
तेरापंथ सभा के तत्वावधान में आज प्रात: “अनुशासन रैली” का भी आयोजन हुआ। अनुशासन रैली काठमाण्डौ शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए पुनः भगवान महावीर जैन निकेतन पहुंच कर सम्पन्न हुई।
मुख्य कार्यक्रम में तेरापंथ की त्रिपदी को समझाते हुए मुनि रमेश कुमार ने कहा- धार्मिक जगत में, विश्व व्यवस्था में जैसे त्रिपदी का महत्व है वैसे ही तेरापंथ की त्रिपदी है आचार क्रांति, विचार क्रांति और अनुशासन क्रांति। यह एक त्रिपदी है। इसे आधार मानकर तेरापंथ दर्शन को समझा जा सकता है। मुनि रमेश कुमार ने आगे कहा- तेरापंथ दर्शन को इस आधार से समझा जा सकता है।
श्रीमती बबीता सुराणा,श्रीमती स्वस्थि नौलखा, श्रीमती रश्मि नाहटा, श्री मति सुचित्रा बैद, श्री मती शिल्पा बैद ने चैत्य पुरुष जग जाये गीत से मंगलाचरण किया। तेरापंथ महिला मंडल ने भिक्षु भक्ति गीत प्रस्तुत किया।नेपाल स्तरीय तेरापंथ सभा के अध्यक्ष दिनेश जी नौलखा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। श्री मती सुचित्रा बैद,श्रीमती रश्मि नाहटा, श्रीमती शिल्पा बैद ने आचार्य भिक्षु पर रोचक शब्दचित्र की प्रस्तुति दी।
मुनि रत्न कुमार जी ने कुशलता पूर्वक कार्यक्रम का संचालन किया।