काठमाण्डौ नेपाल(अमर छत्तीसगढ) 22 जुलाई।
महातपस्वी युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री रमेश कुमार जी , सहवर्ती मुनि रत्न कुमार जी की प्रेरणा व आशीर्वाद से काठमाण्डौ में चातुर्मासिक प्रारंभ होते ही तपस्या का भी दौर चल रहा है।
आज संजय वंदना महनोत की लाडली सुपुत्री सुश्री प्रज्ञा महनोत का नौ की तपस्या के उपलक्ष्य में तेरापंथ सभा द्वारा महाश्रमण सभागार में तप अनुमोदना का कार्यक्रम रखा गया। तपस्विनी प्रज्ञा ने नो की तपस्या के प्रत्याख्यान किये।
मुनि रमेश कुमार जी ने जैन धर्म में तपस्या के महत्व को बताया। मुनि रत्न कुमार जी ने संयोजन करते हुए सबको अधिक से अधिक तपस्या करने की प्रेरणा दी
तेरापंथ सभा के अध्यक्ष महावीर संचेती ने समाज की सभी संस्थाओं की ओर से तप अनुमोदना में अपने विचारों की प्रस्तुति दी ।
तेरापंथ सभा के मंत्री पवन सेठिया ने तपस्विनी प्रज्ञा परिचय दिया। महनोत परिवार की बहनों ने सामूहिक तप गीत प्रस्तुत किया। संदीप महनोत ने भी तप अनुमोदना में अपने विचार व्यक्त किये।