रायपुर(अमर छत्तीसगढ) 7 अगस्त। मनोहर गौशाला खैरागढ़ में निर्मित फसल अमृत और मनोहर आर्गेनिक गोल्ड गोबर खाद का परीक्षण इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर में किया गया। कृषि विश्वविद्यालय में धान की रोपाई के दौरान इसका ट्रायल किया गया।
इसकी शुरुआत गौशाला के ट्रस्टी और जीव जंतु कल्याण बोर्ड भारत सरकार के मानद प्रतिनिधि अखिल जैन (पदम डाकलिया) ने की। उन्होंने खेत में उतरकर नवकार मंत्र का जाप कर प्रभु का आशीर्वाद लिया और फिर रोपाई की। डायरेक्टर ऑफ रिसर्च डॉ. विवेक त्रिपाठी के मार्गदर्शन में इसका परीक्षण किया जा रहा है। वहीं कृषि विश्वविद्यालय के प्रोसेफर व नोडल अधिकारी डॉ. एलके श्रीवास्तव की देख-रेख में यह कार्य किया गया।
इसका परीक्षण सफल होने पर धरती को रासायनिक खाद से जहर मुक्त करने के लिए वैज्ञानिक फसल अमृत और मनोहर आर्गेनिक गोल्ड गोबर खाद का उपयोग अपने रिसर्च में करेंगे। साथ ही किसानों को इसके उपयोग के लिए प्रोत्साहित करेंगे। बता दें कि फसल अमृत का अब तक 5 लाख से अधिक किसानों को वितरण किया जा चुका है। साथ ही इसका खेतों में उपयोग करने को लेकर प्रशिक्षण भी दिया गया है।