पर्युषण महापर्व 31 से प्रारंभ – श्री सीमंधर स्वामी जैन मंदिर की प्रभु भक्ति में गायकों का जमघट…. प्रातः 5 बजे जिनमंदिर के पट खुलेंगे , स्नात्र, अष्टप्रकारी व नवांगी पूजन दोपहर प्रभु प्रतिमाओं की आंगी

पर्युषण महापर्व 31 से प्रारंभ – श्री सीमंधर स्वामी जैन मंदिर की प्रभु भक्ति में गायकों का जमघट…. प्रातः 5 बजे जिनमंदिर के पट खुलेंगे , स्नात्र, अष्टप्रकारी व नवांगी पूजन दोपहर प्रभु प्रतिमाओं की आंगी

रायपुर (अमर छत्तीसगढ) 30 अगस्त। दादागुरुदेव इक्तिसा जाप व प्रभु भक्ति में कूपन से ड्रा व तीन श्रद्धालुओं को पुरस्कार

खरतरगच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्री जिनमणि प्रभ सूरीश्वर जी म सा द्वारा प्रतिष्ठित श्री सीमंधर स्वामी जैन मंदिर व चमत्कारी श्री जिनकुशल सूरि जैन दादाबाड़ी में पर्वाधिराज पर्युषण महापर्व धूमधाम से मनाया जाएगा ।

श्री सीमंधर स्वामी जैन मंदिर व दादाबाड़ी ट्रस्ट के अध्यक्ष संतोष बैद व महासचिव महेन्द्र कोचर ने बताया कि प्रतिदिन रात्रि 8.15 बजे से दादागुरुदेव इक्तिसा जाप व प्रभु भक्ति महोत्सव में छत्तीसगढ़ के ख्यातिनाम जैन भजन गायक प्रस्तुति देंगे ।

श्री पर्युषण पर्व के प्रथम दिवस सुप्रसिद्ध जैन भजन गायक हिमांशु बुरड़ भैरव सोसायटी स्थित जिनमंदिर में भक्ति गीत प्रस्तुत करेंगे । प्रभुभक्ति के लाभार्थी मूलचंद संतोष सरला बैद परिवार हैं । द्वितीय दिवस 1 सितंबर को प्रसिद्ध गायक मयंक डागा प्रभु भक्ति की अलख जगाने प्रस्तुति देंगे, जिसके लाभार्थी महेन्द्र कुमार तरुण कुमार मानस गौरव कल्प कोचर परिवार हैं । पर्युषण पर्व के अवसर पर प्रातः 5 बजे मंदिर जी के पट खोले जाएंगे, परमात्मा के जन्मकल्याणक की स्नात्र पूजा, अष्टप्रकारी पूजा, परमात्मा की नवांगी पूजा, चैत्यवन्दन होगा ।

विश्व में एकमात्र जैन धर्म में ही कोई भी श्रावक श्राविका प्रभु परमात्मा के मूल गंभारे में जाकर मूर्ति को स्पर्श कर पूजन कर सकता है । दोपहर में श्री सीमंधर महिला मण्डल , विमल महिला मण्डल व भैरव सोसायटी श्रीसंघ के भक्तों द्वारा परमात्मा व दादा गुरुदेव की मूर्तियों की आंगी सजावट की जावेगी । रात्रि में 8.15 बजे से प्रभु भक्ति व दादागुरुदेव इक्तिसा जाप होगा । आरती व मंगल दिवा पश्चात जिनमंदिर के पट मंगल होंगे ।

31 अगस्त से प्रतिदिन वर्तमान काल में महाविदेह क्षेत्र में विराजमान श्री सीमंधर स्वामी की प्रतिमा, श्री सुमति नाथ जी, श्री पार्श्वनाथ जी, श्री महावीर स्वामी, गौतम स्वामी जी व चारों दादागुरुदेव की प्रतिमाओं की मनमोहक आंगी बनाई जावेगी ।

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