बिलासपुर में पर्युषण महापर्व 2024 की धूम…. मन, वचन, काया से क्षमा मांगने का पर्व “पर्युषण महापर्व” जैन तेरापंथी का वैशाली नगर एवं जैन गुजराती  का टिकरापारा में 1 सितंबर से शुरू…. जैन श्वेतांबर समाज का 31 से नेहरू नगर में होंगे सप्ताह भर धार्मिक आयोजन…. कोलकाता, मुंबई, सूरत से श्रावकों को धर्म लाभ देने उपासक-उपासिका 31 को शहर पहुंचेंगे

बिलासपुर में पर्युषण महापर्व 2024 की धूम…. मन, वचन, काया से क्षमा मांगने का पर्व “पर्युषण महापर्व” जैन तेरापंथी का वैशाली नगर एवं जैन गुजराती का टिकरापारा में 1 सितंबर से शुरू…. जैन श्वेतांबर समाज का 31 से नेहरू नगर में होंगे सप्ताह भर धार्मिक आयोजन…. कोलकाता, मुंबई, सूरत से श्रावकों को धर्म लाभ देने उपासक-उपासिका 31 को शहर पहुंचेंगे

बिलासपुर(अमर छत्तीसगढ) 30 अगस्त। श्री जैन श्वेतांबर श्री संघ समाज के द्वारा परम पर्वाधिराज पर्युषण महापर्व 2024 का शुभारंभ शनिवार को हो रहा । पर्व 31 अगस्त से 7 सितंबर तक न्यू स्मार्ट रोड, साई मंदिर के पास, तिरंगा चौक, नेहरू नगर में संपन्न होगा । सुबह-शाम सामायिक, प्रतिक्रमण, विशेष पूजा अर्चना रात्रि में भक्ति संपन्न होंगे । प्रतिदिन कल्प सूत्र का वाचन श्रीमती ज्योति चोपड़ा श्रीमती शोभा मेहता एवं श्रीमती पुष्पा श्रीश्रीमाल के द्वारा किया जाएगा ।

मन, वचन, काया से क्षमा मांगने का पर्व “पर्युषण महापर्व” 1 सितंबर से

बिलासपुर। श्री दशाश्रीमाली स्थानकवासी जैन संघ टिकरापारा के अध्यक्ष भगवान दास भाई सुतारिया ने बताया कि सभी जैनों का मुख्य महापर्व पर्युषण पर्व गुजराती जैन भवन में बहुत ही हर्ष उल्लास के साथ 1 सितम्बर से 8 सितम्बर तक मनाया जाएगा ।
पर्यूषण पर्व की महानता यह होती है कि यह पर्व क्षमा याचना करने और क्षमा कर देने का पर्व है जिसे “मिच्छामि दुक्कडम” के नाम से भी जाना जाता है। इस पर्व के माध्यम से सभी जैन गण अपने परिवार, ईस्ट मित्रों, समाज के सभी सदस्यों से मन, वचन, काया से जानें अनजाने मे भूल वश यदि किसी का दिल दुखाया हो तो दोनो हाथ जोड़कर एक दूसरे से माफी मांगते हैं और एक दूसरे को क्षमा ( माफ )कर देते हैं।


एक कहावत भी है ना की “क्षमा वीरस्य भूषणम” इसीलिए सभी बड़ा दिल रखकर सभी को माफ कर देते हैं। पर्युषण महापर्व को 8 दिनों तक मनाया जाता है, जिसमें धार्मिक पुस्तकों का वाचन और धर्म ध्यान, सामायिक, प्रतिक्रमण, धार्मिक भक्ति किया जाता है।
जैन समाज के परिवारों द्वारा अलग-अलग कई तरह के उपवास, एकासना, चोविहार, आयंबिल तप जैसे कठिन तप किया जाता है एवं अहिंसा परमो धर्म अपनाया जाता है।
इस पर्व में धार्मिक का वाचन एवं प्रवचन देने के लिए जैन धर्म के राष्ट्र संत परम गुरुदेव श्री नम्र मुनि महाराज साहब के द्वारा दो बहन को भेजा जा रहा है जिसमे शासन प्रभावक जागृति बेन शाह ( मुंबई ) और शासन प्रभावक जिगना बेन सेठ ( कोलकाता) से 31 अगस्त को बिलासपुर पधार रहे हैं ।
समाज के सचिव गोपाल वेलाणी ने सभी को इस महापर्व में पूरी हिस्सेदारी देने के लिए आग्रह किया है । जिससे कि हमारा यह पर्व बहुत ही हर्ष उल्लास से और संयम, तप, आराधना से पुरा किया जा सके। सभी को महापर्व पर्युषण शुरू होने के पहले दोनों हाथ जोड़कर ” मिच्छामि दुक्कडम ” करते हैं ।

जैन श्वेतांबर तेरापंथी समाज का पर्युषण पर्व वैशाली नगर में 1 सितंबर से
युग प्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी की महत्ती कृपा से पर्युषण महापर्व की आराधना करवाने हेतु दो उपसिका बहाने सूरत से बिलासपुर पधार चुकी है। उपासिका मंजू सेठिया सहयोगी उपासिका जयंती सिंगी 31 अगस्त को सूरत से बिलासपुर पधारी एवं वैशाली नगर निवासी गोलछा हाउस में 1 सितंबर से 8 सितंबर तक चलने वाले पर्युषण महापर्व पर दिनभर धर्म की प्रभावना करेंगे । प्रात: प्रार्थना, सुबह 9:00 बजे से व्याख्यान, दोपहर में धर्म चर्चा, संध्या प्रतिक्रमण एवं रात्रि में व्याख्यान होगा।

Chhattisgarh