जय आनंद मधुकर रतन भवन में रविवार से पर्यूषण पर्व की अराधना प्रारंभ… 24 धंटे अखंड नवकार महामंत्र जाप, अंतकृत दशांक सूत्र, कल्प सूत्र, प्रतिक्रमण, धार्मिक प्रतियोगिताएं होंगी प्रतिदिन आयोजित

जय आनंद मधुकर रतन भवन में रविवार से पर्यूषण पर्व की अराधना प्रारंभ… 24 धंटे अखंड नवकार महामंत्र जाप, अंतकृत दशांक सूत्र, कल्प सूत्र, प्रतिक्रमण, धार्मिक प्रतियोगिताएं होंगी प्रतिदिन आयोजित

दुर्ग(अमर छत्तीसगढ) 31 अगस्त। छत्तीसगढ़ आध्यात्मिक वर्षावास जय आनंद मधुकर रतन भवन बांधा तालाब दुर्ग में विभिन्न धर्म क्रियाओं के साथ संपादित होने जा रहा है 1सित से पर्यूषण पर्व प्रारंभ हो रहा है जिसमें प्रतिदिन तीर्थंकर परमात्मा की वंदना पेसठिया छंद एवं जयजाप के माध्यम से होगी अलग-अलग विषयों पर प्रवचन का श्रवण करने का लाभ हम सभी को मिलने वाला है आत्म शुद्धि का आध्यात्मिक महापर्व पर्यूषण के आगमन की जैन धर्म के अनुयायियों को बेसब्री से प्रतीक्षा रहती है इन आठ दिनों में सभी वर्ग अपनी अपनी इच्छा शक्ति अनुसार धर्म ध्यान त्याग तपस्या जप अनुष्ठान स्वाध्याय की क्रियाओं में जुड़ते हैं।

1 सितंबर से प्रारंभ हो रहे पर्यूषण पर्व में गुरु मधुकर विनय मनोहर शिष्या साध्वी सु मंगल प्रभा जी एवं साध्वी मंडल के सानिध्य में आयोजित होने जा रहा है इन आठ दिनों में प्रतिदिन श्रीतीथ अलग-अलग विषयों पर प्रवचन आयोजित है 1 सितंबर को वेलकम पर्यूषण वेलकम, 2 तारीख को कैसा हो अपना परिवार 3 तारीख को सामायिक सर्व सुखदात्री 4 तारीख को जिव्हा संभली जीवन संभला 5 सितंबर बाकी ममता पिता की क्षमता 6 सितंबर मोबाइल की लत से कैसे बचे 7 सितंबर अगर बना है धनवान तो कैसे करें दान और अंतिम दिवस संवत्सरी महापर्व पर क्षमा की बैंक में प्रसन्नता का खाता विषय पर अंतर मन को छू लेने वाले प्रवचन श्रृंखला प्रारंभ होगी।


इसी तरह इन आठ दिनों में श्रमण संघ की महिलाएं प्रतिदिन अलग-अलग दोनों में अलग-अलग रंग की साड़ियों के साथ धर्म सभा में उपस्थित रहेंगे जिम प्रथम दिवस लाल दूसरे दिवस रानी तीसरी दिवस हरा,पीला, केसरिया, नीला गुलाबी ओर अंतिम दिवस बंधनी या चुनरी कलर की साड़ियों में जैन समाज की महिलाएं प्रवचन में उपस्थित रहेगी इसी तरह पुरुष वर्ग सामायिक वेशभूषा में सभी धर्म क्रियाओं में धर्म क्रियो में हिस्सा लेंगे।

पर्यूषण पर्व के 8 दिनों में प्रतिदिन प्रातः 8:00 बजे अंतकृत दशांक सूत्र वाचन दोपहर 2:00 बजे कल्पसूत्र वाचन दोपहर 2:30 बजे से धार्मिक प्रतियोगिताएं एवं सूर्यास्त पक्ष प्रतिक्रमण और प्रतिदिन 8:30 बजे से 9:30 बजे तक आचार्य सम्राट जयमल जी महाराज की वंदना आयोजित की जा रही है।
धार्मिक प्रतियोगिताओं में प्रतिदिन ढाई बजे से क्रमश अंताक्षरी लूडो क्वीज टाइम गायन प्रभु भक्ति महावीर जन्म कल्याणक बूझो तो जानें म्यूजिकल हाऊजी की प्रतियोगिता जय आनंद मधुकर रतन भवन बांधा तालाब दुर्ग में आयोजित होगी और 9 सितंबर को प्रातः 7:00 बजे सामूहिक क्षमा वाणी का आयोजन जय आनंद मधुकर रतन भवन में आयोजित होगा जिसमें साध्वी मंडल द्वारा पांच मंगल पाठ के साथ इस महापर्व का समापन होगा ।
वर्धमान स्थानक वशी जैन श्रावक श्रमण संघ के अध्यक्ष धर्मचंद लोढ़ा मंत्री राकेश संचेती एवं कोषाध्यक्ष किशोर संचेती ने इन आठ दिनों में आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रमों में सब परिवार उपस्थित का सभी जैन समाज के धर्मालंबियों से आह्वान किया है ।

नवीन संचेती
प्रचार प्रसार प्रमुख

Chhattisgarh