दुर्ग (अमर छत्तीसगढ) 14 / 2 अगस्त से प्रारंभ हुए डेढ़ माह से चले सिद्धि तप का आज हर्ष और उल्लास के वातावरण में समापन हुआ साथ ही सिद्धि तप के तपस्वियों का वरघोड़ा बांधा तालाब दुर्ग से जय आनंद मधुकर रतन भवन निकला जहां श्रमण संघ महिला मंडल एवं श्रमण संघ बालिका मंडल अभिनंदन गीत और नृत्य नाटिका से तपस्वियों का के सम्मान में प्रस्तुति दी भगवान महावीर ओर जिन शासन के जयकारों के बीच आज जय आनंद मधुकर रतन भवन बांधा तालाब दुर्ग में सिद्धि तप के 80 तपस्वियों का सम्मान किया गया ।
जय आनंद मधुकर रतन भवन बांधा तालाब दुर्ग में आज की सभा में प्रवचन का विषय तप की महिमा पर आधारित था साध्वी डॉक्टर सुमंगल प्रभा ने सभा को धर्म सभा को संबोधित करते हुए कहा अपने बुरे कर्म काटने का सबसे सशक्त माध्यम है तप तब की महिमा अपरंपार है तप की साधना से साधक ओर साधिका सिद्ध गति को प्राप्त कर सकता है ।
सिद्धि तप के तपस्वियों के सम्मान में अभिनंदन गीत का आयोजन
आज धर्म सभा में साध्वी सु वृद्धि श्रीजी , श्रीमती कल्पना संचेती, ने उपवास से सिद्धि तप एवं श्रीमती सुराणा ने 12 उपवास पूर्ण कर 13 उपवास का संकल्प साध्वी मंडल द्वारा दिलाया ।
आचार्य सम्राट जयमल जी महाराज की जन्म जयंती समारोह 15 सितम्बर को
युग प्रधान दादा गुरुदेव एका भव अवतारी श्री जय मल जी महाराज का 317 वा जन्म महोत्सव जय आनंद मधुकर रतन भवन बांधा तालाब दुर्ग में मनाया जा रहा हे। जिसमें छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्र से गुरु भक्त परिवार इस महोत्सव में शामिल होंगे और गुणानुवाद सभा का आयोजन होगा ।