डिग्री कालेज रायगढ़ में प्रोफेसरों की कमी को लेकर छात्र-छात्राओं का धरना प्रदर्शन

डिग्री कालेज रायगढ़ में प्रोफेसरों की कमी को लेकर छात्र-छात्राओं का धरना प्रदर्शन

रायगढ़(अमर छत्तीसगढ) 18 सितंबर। डिग्री कालेज, जो क्षेत्र के छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण शैक्षणिक केंद्र है, इस समय गंभीर संकट का सामना कर रहा है। कॉलेज में प्रोफेसरों की कमी ने न केवल शैक्षणिक गुणवत्ता को प्रभावित किया है, बल्कि छात्रों की पढ़ाई और भविष्य पर भी नकारात्मक प्रभाव डाला है। इसी समस्या के समाधान के लिए छात्र-छात्राओं ने कलेक्टोरेट के सामने धरना प्रदर्शन किया, जिसमें बड़ी संख्या में छात्र और छात्र नेता शामिल हुए।


रायगढ़ के डिग्री कालेज में पिछले कुछ वर्षों से शिक्षकों की कमी बढ़ती जा रही है। इस कमी के कारण नियमित कक्षाएं नहीं लग पा रही हैं, और छात्रों को विषयों की उचित पढ़ाई नहीं मिल रही है। कई छात्रों ने बताया कि उन्हें अपनी परीक्षा की तैयारी करने में कठिनाई हो रही है, क्योंकि उन्हें आवश्यक मार्गदर्शन और सामग्री नहीं मिल पा रही है।
छात्र-छात्राओं ने इस स्थिति का विरोध करने के लिए एकजुट होकर धरना प्रदर्शन का आयोजन किया। यह धरना कलेक्टोरेट के सामने हुआ, जहां छात्रों ने “प्रोफेसरों की कमी पूरी करो” और “शिक्षा का अधिकार हमारा” जैसे नारे लगाए।

प्रदर्शन में विभिन्न विषयों के छात्र शामिल थे, जिन्होंने अपनी समस्याओं को उजागर करने के लिए पोस्टर और बैनर बनाए थे। त्वरित नियुक्ति: छात्रों ने मांग की कि सरकार और कॉलेज प्रशासन जल्द से जल्द प्रोफेसरों की नियुक्ति करें ताकि शैक्षणिक वर्ष को सुचारु रूप से चलाया जा सके।

. शिक्षा की गुणवत्ता: छात्रों ने जोर देकर कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए योग्य और अनुभवी शिक्षकों की नियुक्ति की जाए।

परीक्षा की तैयारी: छात्रों ने यह भी मांग की कि उन्हें परीक्षा की तैयारी के लिए विशेष कक्षाएं आयोजित की जाएं, ताकि वे अच्छे अंक प्राप्त कर सकें।
धरना प्रदर्शन में छात्र नेताओं ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने अपने साथियों के मुद्दों को उठाने और उनकी आवाज़ को सही मंच पर पहुंचाने का काम किया। छात्र नेता ने कहा, “हम यहां केवल अपने लिए नहीं, बल्कि सभी छात्रों के भविष्य के लिए खड़े हुए हैं। हमें हमारे अधिकारों के लिए लड़ना होगा।”


धरने के दौरान, कुछ प्रशासनिक अधिकारी वहां पहुंचे और छात्रों की बातों को सुना। उन्होंने आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा और इस मुद्दे को जल्द से जल्द हल करने का प्रयास किया जाएगा। हालांकि, छात्रों ने इस आश्वासन को तब तक मानने से इनकार किया, जब तक उन्हें ठोस कार्रवाई के बारे में नहीं बताया जाता।
धरना प्रदर्शन के दौरान छात्रों का समर्पण देखने लायक था। वे सुबह से लेकर शाम तक वहां डटे रहे, यह दर्शाते हुए कि वे अपनी शिक्षा को लेकर कितने गंभीर हैं। इस प्रकार के आंदोलन न केवल उनके हक के लिए बल्कि शैक्षणिक सुधार के लिए भी महत्वपूर्ण हैं।


डिग्री कालेज रायगढ़ में प्रोफेसरों की कमी एक गंभीर समस्या है, जिसका प्रभाव सीधे छात्रों की शिक्षा पर पड़ रहा है। छात्रों का धरना प्रदर्शन इस बात का प्रमाण है कि जब तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होता, वे चुप नहीं बैठेंगे। यह आंदोलन न केवल उनके अधिकारों के लिए है, बल्कि सभी छात्रों के भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। छात्रों को एकजुट होकर अपनी आवाज उठाते रहना चाहिए, ताकि उनकी समस्याओं का समाधान हो सके और शिक्षा का स्तर ऊंचा उठ सके।

आशा है कि प्रशासन इस मुद्दे को गंभीरता से लेगा और जल्द ही आवश्यक कदम उठाएगा, ताकि छात्रों को उनकी शिक्षा का पूरा लाभ मिल सके।

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