राजनांदगांव। (अमर छत्तीसगढ़) जिले के खैरागढ़ के विधायक रहे राजपरिवार के प्रमुख देवव्रत सिंह के निधन के पश्चात लगातार उनके पूर्व एवं वर्तमान पत्नी के साथ ही बच्चों को लेकर चल रहा विवाद सड़कों पर आ गया है। आरोप, प्रत्यारोप का दौर भी चल रहा है। किसी बड़ी संभावित कथित घटना, दुर्घटना को लेकर पुलिस व प्रशासन भी सतर्क दिख रहा है। वहीं आज देवव्रत सिंह की दूसरी पत्नी श्रीमती विभा सिंह ने भी स्थानीय प्रेस क्लब में बुलाई गई पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि उनके विरूद्ध भी षडय़ंत्र रचा जा रहा है। उनको भी जानमाल का खतरा है। मैने भी अपनी शिकायतें विवाद व घटनाक्रम को लेकर गृहमंत्रालय से लेकर सभी स्तर पर की है। मैं भी न्याय के लिए न्यायालय जाउंगी। मुझे झुठे अफवाह फैलाकर परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 30 दिसंबर को आयोजित बैठक व जो भी निर्णय होना है। उसकी सूचना उन्हें नहीं मिली है। देवव्रत सिंह के पुत्र व पुत्री द्वारा कल प्रेस कन्फेन्स में विभा सिंह पर लगाये गये गंभीर आरोपी पर कहा कि बच्चों को सिखाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि घर व संपत्ति दोनों के नाम देवव्रत सिंह एवं (विभा सिंह के) का अनुबंध है। कोर्ट जाएंगी सबूत दंूगी।
स्व. देवव्रत सिंह की द्वितीय पत्नी श्रीमती विभा सिंह ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि जो भी ऑडिया वीडियो उनके देवव्रत सिंह के संबंध में दिखाया जा रहा है। सही नहीं है। उन्होंने कहा कि राजा देवव्रत सिंह के निधन के पश्चात उसका पोस्ट मार्टम नहीं कराया गया। जिसकी जांच निष्पक्ष होनी चाहिए। उन्होंने देवव्रत सिंह की प्रथम व पूर्व पत्नी युवरानी पदमा सिंह पर भी गंभीर आरोप लगाये। उन्होंने कहा कि वाहन की चाबी मैंने छीनी नहीं है