राजनंदगांव(अमर छत्तीसगढ) 21 सितंबर। जीव दया और प्राणी मात्र की रक्षा के लिए 120 वर्ष पूर्व गठित संस्था गौशाला पिंजरापोल गौ संरक्षण एवं संवर्धन के नाम से पूरे प्रदेश में गौ सेवा के पर्यायवाची के नाम से जानी जाती है और समय-समय पर देश भर से कई भामाशाह इस गौशाला पिंजरापोल का अवलोकन करने आते रहते हैं,और यथायोग्य सहयोग भी देते रहते हैं।
गौशाला पिंजरा पोल की गौ संरक्षण की सेवा से प्रभावित होकर शहर के कन्हैयालाल कोठारी एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती किरण देवी कोठारी द्वारा छुई खदान में कोरबा ग्राम में स्थित 32.6 एकड़ जमीन गौशाला पिंजरापोल को दान में दी गई। इस दौर में ऐसी अनुकरणीय सेवा भावना से दिए गए कन्हैयालाल कोठारी के इस महादान पर संस्था के सभी सदस्यों ने कोठारी परिवार की मुक्तकंठ से प्रशंसा करते हुए उनके परिवार को साधुवाद देते हुए उनके मंगल भविष्य की ईश्वर से कामना करते हुए।
गौशाला पिंजरापोल के अध्यक्ष खूबचंद पारख ने उन्हें आश्वस्त भी किया है की उनका किया गया यह पुनीत कार्य दीनहीन जीव जंतु एवं प्राणी मात्र की रक्षा में संजीवनी की भांति काम आएगा, जिसके पुण्यार्थ फल उन्हें अवश्य मिलेंगे। इस अवसर पर संस्था की ओर से पुरुषोत्तम गांधी, मनोज लड्ढा, रावल कोचर अरविंद शर्मा एवं अमित महोबिया विशेष रूप से उपस्थित थे।