विधायक स्व. युवराज देवव्रत के उदयपुर महल का ताला खुला, पुलिस, प्रशासन के साथ देवव्रत की दोनों पत्नियां बच्चों के साथ पहुंची……ग्रामवासी राजपरिवार देवव्रत के पुत्र, पुत्रियों के साथ – विभा के विरूद्ध नारे लगे

विधायक स्व. युवराज देवव्रत के उदयपुर महल का ताला खुला, पुलिस, प्रशासन के साथ देवव्रत की दोनों पत्नियां बच्चों के साथ पहुंची……ग्रामवासी राजपरिवार देवव्रत के पुत्र, पुत्रियों के साथ – विभा के विरूद्ध नारे लगे



राजनांदगांव/उदयपुर। (अमर छत्तीसगढ़) जिले के खैरागढ़ स्थित राजपरिवार के प्रमुख रहे विधायक स्व. युवराज देवव्रत सिंह की मृत्यु के पश्चात उनके परिवार के मध्य विशेषकर पूर्व एवं वर्तमान पत्नियों व देवव्रत सिंह के पुत्र, पुत्री के मध्य चल रहा विवाद आज उदयपुर स्थित निवास के ताले को खोलने के साथ ग्रामवासियों एवं खैरागढ़ राजपरिवार के सदस्यों की उपस्थिति में ताला खोलने की प्रक्रिया चार बजे के बाद प्रारंभ हुई। देवव्रत की दूसरी पत्नी विभा सिंह ने प्रेस को महल की भीतर आने से मना कर दिया। महल का ताला खोलने के लिए आज की तारीख निश्चित थी। श्रीमती विभा सिंह ने कल कलेक्टर को आवेदन सौंपकर अपनी अनुपस्थिति रहने की जानकारी दी थी। लेकिन आज वे भी उदयपुर पहुंच गई।

एसडीएम, एसडीओपी, तहसीलदार, थाना प्रभारी, बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ देवव्रत सिंह की पूर्व पत्नी युवरानी श्रीमती पदमा सिंह व उनके पुत्र आर्यर्वत सिंह, पुत्री शताक्षी सिंह अपनी मां पदमा देवी के साथ पहुंची है। उनके समर्थन में जहां पूरा उदयापुर के साथ क्षेत्र के कई गांव के लोग पहुंचे है। वहीं खैरागढ़ राजपरिवार भी देवव्रत सिंह के पुत्र, पुत्री व पदमा सिंह के साथ खड़ा दिख रहा है। पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से खैरागढ़ में चल रहा पारिवारिक विवाद छुईखदान पुलिस थाने में मृत्यु पूर्व विधायक स्व. युवराज देवव्रत सिंह ने अपनी द्वितीय पत्नी श्रीमती विभा सिंह द्वारा प्रताडि़त व परेशान को लेकर छुईखदान पुलिस को 17 जुलाई 2021 को दिया था। जिसमें अपनी द्वितीय पत्नी द्वारा षडय़ंत्र पूर्वक, क्रूरता पूर्वक व्यवहार करने की वजह से मानसिक अवसाद होने की बात कही थी तथा पैतृक संपत्ति ज्वेलरी, स्वर्ण हार,पायल, अंगूठी, झुमका को उत्तर प्रदेश लखनऊ में गिरवी रखने एवं बिक्री करने का आरोप लगाया है।

इन सारे चीजों की पुष्टी देवव्रत सिंह के पुत्र व पुत्री ने पे्रस के सामने भी अपनी बात रखी। आडियो वीडियो भी जारी हुए। दो दिन पश्चात देवव्रत सिंह की दूसरी पत्नी विभा सिंह ने भी प्रेस के समक्ष अपनी बात रखते हुए आरोपों को अस्वीकार किया। 
जानकारी के अनुसार काफी नोंकझों के पश्चात उदयपुर महल का ताला खुलते ही पदमा सिंह ने देवव्रत सिंह के परिजनों को भीतर आने से मना किया। लेकिन देवव्रत सिंह के सुुुपुत्र आर्यर्वत सिंह, सुपुक्षी शताक्षी सिंह एवं देवव्रत सिंह की बहन इन बच्चों की बुआ उज्जवल सिंह को महल के अंदर प्रवेश करने दिया। देव्रवत सिंह के परिवार के अन्य सदस्यों को महल के बाहर ही बैठना पड़ा है। वहीं दूसरी ओर विभा सिंह एवं देवव्रत सिंह के बच्चों के दोनों के अलग अलग वकील भी महल के अंदर प्रवेश किये हैं। खैरागढ़ राजपरिवार की वरिष्ठ श्रीमती अन्नपूर्णा सिंह लाल गुप्त नारायण सिंह  व इनका पूरा परिवार देवव्रत सिंह का परिवार तथा बड़ी संख्या में राज  परिवार के लोग उदयपुर पहुंच गये हैं। हजारों की संख्या में ग्रामवासी, क्षेत्रवासी, जिले के लोग भी उदयपुर पहुंचे हैं। काफी मशक्कत के बाद ताला खोला गया है। पुलिस एवं प्रशासन साथ है। 
पूर्व निर्धारित घोषणा के अनुसार कलेक्टर के आदेश  पर आज 30 दिसंबर को उदयपुर को जो शील किया गया था। कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम तहसीलदार पूरी टीम व पुलिस के साथ उदयपुर पहुंचकर भारी विवाद, हल्ला, नारेबाजी के बीच चार बजे ग्राम उदयपुर स्थित देवव्रत के पुस्तैनी, मकान के ताले खोलने की प्रक्रिया प्रारंभ हुईं है। वहीं दूसरी  ओर श्रीमती विभा सिंह ने प्रेस को महल के अंदर आने कैमरे का उपयोग करने पर आपत्ति व्यक्त करते हुए  रोक लगा दी। ग्रामवासी व उपस्थित क्षेत्रवासी खैरागढ़ परिवार के लोग हजारों की संख्या में उपस्थित थे। देवव्रत बाबा अमर रहे, विभा सिंह मुर्दाबाद के नारे लग रहे हैं। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के मध्य ताले खोलने की प्रक्रिया प्रारंभ हुई है। उपस्थित लोग देवव्रत के पुत्र, पुत्री व उनकी पहली पत्नी युवरानी श्रीमती पदमा सिंह के साथ खड़े दिख रहे है। किसी भी अप्रिय स्थिति को रोकने, सुरक्षा व शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए जहां पुलिस एवं प्रशासन सक्रिय है वहीं उपस्थित लोगों का प्रदर्शन भी देवव्रत सिंह के पुत्र व पुत्री तथा पदमा सिंह के पक्ष में बना दिख रहा है।  
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि देवव्रत की द्वितीय पत्नी श्रीमती विभा सिंह ने कल ही कलेक्टर को आवेदन देकर अपनी पुत्री के यूपी में अस्वस्थ होने की बात कहकर ताला खोलने की समय बढ़ाने की मांग की थी। लेकिन पुलिस एवं जिला प्रशासन आज ताला खोलने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। संभावना व्यक्त की जा रही है कि यह प्रक्रिया देर रात में भी पूरी नहीं हो पायेगी। उपस्थितजनों का झुकाव व सहयोग फिलहाल पूरी तरह से देवव्रत सिंह के पुत्र, पुत्री व युवरानी पदमा सिंह के पक्ष में दिख रहा है। खैरागढ़ का राजपरिवार भी इनके साथ खड़ा दिख रहा है। जानकारी के अनुसार श्रीमती विभा सिंह के साथ कुछ ज्ञात, अज्ञात लोग भी दिख रहे हैं। संभवत: उनके परिजन भी होंगे। 
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि देवव्रत की द्वितीय पत्नी श्रीमती विभा सिंह ने कल ही कलेक्टर को आवेदन देकर अपनी पुत्री के यूपी में अस्वस्थ होने की बात कहकर ताला खोलने की समय बढ़ाने की मांग की थी। लेकिन पुलिस एवं जिला प्रशासन आज ताला खोलने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। संभावना व्यक्त की जा रही है कि यह प्रक्रिया देर रात में भी पूरी नहीं हो पायेगी। उपस्थितजनों का झुकाव व सहयोग फिलहाल पूरी तरह से देवव्रत सिंह के पुत्र, पुत्री व युवरानी पदमा सिंह के पक्ष में दिख रहा है। खैरागढ़ का राजपरिवार भी इनके साथ खड़ा दिख रहा है। जानकारी के अनुसार श्रीमती विभा सिंह के साथ कुछ ज्ञात, अज्ञात लोग भी दिख रहे हैं। संभवत: उनके परिजन भी होंगे। 

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