सांसद देवेन्द्र प्रताप सिंह ने किया राज्योत्सव का शुभारंभ….. शासन प्रदेश की संस्कृति और विरासत को बनाये रखने प्रयासरत् – सांसद

सांसद देवेन्द्र प्रताप सिंह ने किया राज्योत्सव का शुभारंभ….. शासन प्रदेश की संस्कृति और विरासत को बनाये रखने प्रयासरत् – सांसद

नारायणपुर(अमर छत्तीसगढ) 06 नवम्बर 2024// प्रदेश के राज्यसभा सांसद देवेन्द्र प्रताप सिंह के मुख्य आतिथ्य में आज स्थानीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खेल मैदान में गरिमामयी ढंग से शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर उन्होंने जिलेवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश बीते 24 वर्षांे में निरंतर प्रगति के पथ पर बढ़ रहा है।

कार्यक्रम के दौरान स्कूली छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी, जिसे उपस्थित अतिथियों एवं दर्शकों ने खूब सराहा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद देवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि 01 नवम्बर 2000 को छत्तीसगढ़ अलग राज्य बना। तब से लेकर अब तक 24 साल पूरे हो गए हैं। आज छत्तीसगढ़ विकास की नई ऊंचाईयों की ओर तेजी से बढ़ रहा है।

हम पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के बताए अंत्योदय के मार्ग पर चलने वाले लोग हैं। इसका अर्थ है कि विकास की रोशनी को समाज के सबसे अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना हमारा लक्ष्य है। छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता स्वर्गीय अटल जी की भी यही सोच थी। इसी सपने को लेकर उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया था।

कलेक्टर बिपिन मांझी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि 1 नवम्बर 2000 को छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना हुई। उक्त अवसर को चिरस्थायी बनाये रखने के लिए, आज हम राज्योत्सव कार्यक्रम मना रहे हैं। स्थापना के साथ ही विकास के पथ पर अग्रसर होते हुए हमारा छत्तीसगढ़ आज 25वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है।

छत्तीसगढ़ अपने सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है, यहां की समृद्ध विरासत के दर्शन करने देश विदेश के पर्यटक यहां आते हैं। छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति किसी परिचय की मोहताज नही है। छत्तीसगढ़ का प्राकृतिक सौंदर्य बर-बस ही पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यहां की मनोहारी झीलें, विश्व प्रसिद्ध जलप्रपात एवं वन्य प्राणी, पर्यटकों को विशेष रूप से मोहित करते हैं।

छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना के पश्चात, विकास के पथ को तेजी से बढाने एवं प्रशासन को आमजनता के करीब लाने, उनकी समस्याओं को नजदीक से समझने व दूर करने, उन्हे त्वरित न्याय दिलाने के उद्देश्य से प्रदेश में नवीन जिलों एवं तहसीलों की स्थापना की गई। इसी अनुक्रम में 01 मई 2007 को नारायणपुर जिले की स्थापना की गई।

इस अवसर पर पद्मश्री वैद्यराज हेमचंद मांझी, जिला पंचायत सदस्य प्रताप मंडावी, जनभागीदारी समिति के सदस्य नरेंद्र मेश्राम, पार्षद जैकी कश्यप, बृजमोहन देवांगन, किसान मोर्चा के अध्यक्ष रामप्रसाद कुमेटी, मगडूराम नुरेटी, सुकमन कचलाम, रामकृष्ण मिशन आश्रम नारायणपुर के सचिव स्वामी व्याप्तानंद, प्राचार्य स्वामी कृष्णानंद, पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार, अपर कलेक्टर बीरेंद्र बहादुर पंचभाई सहित अन्य विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी, शिक्षक-शिक्षिकायें एवं नागरिकगण उपस्थित थे।

Chhattisgarh